गारबेज कलेक्टर एमसी की गाड़ियों में करेंगे डोर-टू-डोर सेग्रीगेशन
डोर-टू-डोर सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन सिस्टम वह खुद चलाएंगे।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम ने गारबेज कलेक्शन सोसायटी को तैयार कर लिया है कि अब डोर-टू-डोर सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन सिस्टम वह खुद चलाएंगे। अब शहर में रेहड़ी-फड़ी में फट्टा लगाकर सेग्रीगेशन नहीं होगा। नगर निगम इसके लिए खुद अपनी गाड़ियां खरीदेगा। शनिवार को डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसायटी के प्रतिनिधियों के साथ सेनिटेशन कमेटी की बैठक हुई। जिसमे कुछ शर्ते तय की गईं। इन शर्तो पर सोसायटी के प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर करवाए गए। अब यह शर्ते इस माह होने वाली सदन की बैठक में पास होने के लिए आएंगी। इसके साथ ही अब यह तय हो गया है कि गारबेज कलेक्शन करने के लिए एनजीओ का गठन नहीं करेंगे और न ही वह ई-रिक्शा खरीदकर कचरा घरों से इकट्ठा करेंगे जबकि एक साल पहले सदन ने यह तय किया था। गाड़ियों में तैनात होंगे गारबेज कलेक्टर
बैठक में यह तय हुआ है कि अब गारबेज कलेक्टर नगर निगम की ओर से खरीदी जाने वाली गाड़ियों में तैनात होंगे और हर घर में जाकर कचरा इकट्ठा करेंगे जो गारबेज कलेक्शन चार्जेज इकट्ठे होंगे, वह गारबेज कलेक्टर को हर माह दिए जाएंगे। इसके साथ ही जो सूखा कचरा बेचकर कमाई होगी, वह भी गारबेज कलेक्टर्स को दी जाएगी। नगर निगम के अनुसार शहर में तीन बड़े रिकवरी स्टेशन बनाए जाएंगे। जहां पर गाड़ियों में घरों का कचरा इकट्ठा करके ले जाया जाएगा। यहां पर सूखा कचरे को अलग इकट्ठा किया जाएगा और गीला कचरा प्रोसेस करने के लिए जेपी प्लांट भेजा जाएगा। सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन सिस्टम शुरू न होने से इस समय मेयर राजेश कालिया की किरकिरी हो रही थी। इसलिए अब मेयर ने ही गारबेज कलेक्टर्स को इस नए प्लान के तहत तैयार किया है। बताना होगा कितने घरों से उठाते हो कचरा
बैठक में यह भी तय हुआ है कि हर गारबेज कलेक्टर लिखित में जानकारी देगा कि वह कितने घरों से कचरा इकट्ठा करते हैं। जिसकी वेरिफकेशन बाद मे हर एरिया का सेनिटरी इंस्पेक्टर करेगा। बैठक में यह भी तय किया है कि जिन कलेक्टरों को गाड़ी चलानी आती है, वह नगर निगम की गाड़ी का चालक भी बन सकता है, नहीं तो उन्हें गाड़ी में हेल्पर का काम करना होगा। गांवों में बोलेरो से हो रहा सेग्रीगेशन
मालूम हो कि इस समय नगर निगम ने प्रशासन की ओर से ट्रांसफर किए गए 13 गांवों और कुछ बाजारों में अपनी बोलेरो गाड़ियां लगाकर सेग्रीगेशन सिस्टम शुरू किया है। उसी तरह की गाड़ियां अब रिहायशी इलाकों में लगाई जाएंगी। बैठक में गारबेज कलेक्शन सोसायटी के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी, अतिरिक्त कमिश्नर अनिल गर्ग, एसके जैन, सेनिटेशन कमेटी के चेयरमैन शक्तिदेव शाली, भरत कुमार, रविदर कौर गुजराल, महेश इंद्र सिद्धू के अलावा एमओएच डॉ. अमृत वडिग भी मौजूद रहे। गारबेज कलेक्टरों के प्रतिनिधियों से विस्तार से बात हो गई है। यह भी तय हुआ है कि हर कलेक्टर को माह में चार छुट्टी के अलावा साल में 12 अन्य अवकाश दिए जाएंगे। नए सिस्टम के तहत लोगों से गारबेज चार्जेज इकट्ठा करने के बाद भुगतान नगर निगम द्वारा एरिया के कलेक्टर को किया जाएगा। चार्जेज पानी के बिल में जोड़े जाएंगे। जो नई शर्ते तय हुई हैं, उसके लिए एक सप्ताह के भीतर विशेष सदन की बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें शर्तो को पास करवा लिया जाएगा।
-शक्तिदेव शाली, चेयरमैन, सेनिटेशन कमेटी