गैंगस्टर भूप्पी राणा व उसका साथी 5 दिन के रिमांड पर
इरादा-ए-कत्ल, मारपीट व फायरिंग मामले में भगोड़ा चल रहे गैंगस्टर भूप्पी राणा व उसके एक साथी गौरव अरोड़ा को डेराबस्सी पुलिस अंबाला जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : इरादा-ए-कत्ल, मारपीट व फायरिंग मामले में भगोड़ा चल रहे गैंगस्टर भूप्पी राणा व उसके एक साथी गौरव अरोड़ा को डेराबस्सी पुलिस अंबाला जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई है। गैंगस्टर राणा को शुक्रवार को डेराबस्सी की अदालत में पेश किया गया, जहा दोनों को कोर्ट ने 5 दिन के पुलिस रिमाड पर भेज दिया है। डेराबस्सी में भूप्पी पर चार मामले
गैंगस्टर भूप्पी राणा पर डेराबस्सी थाने में इरादा-ए-कत्ल, मारपीट व फायरिंग के चार मामले दर्ज हैं। जबकि इन्हीं एक मामले में पेशी पर न आने के चलते एडिशनल सेशन जज आशुल बेरी ने जनवरी महीने में उक्त दोनों आरोपियों को भगोड़ा करार दे दिया था। 10 अगस्त को दोनों के खिलाफ डेराबस्सी थाने में मामला दर्ज किया गया था। इन मामलों में होगी पूछताछ
मामला नंबर -1
14 अगस्त 2016 भूप्पी राणा व उसके 8 साथियों ने दलबीर सिंह उर्फ धीरा, जोकि अपनी बहन के साथ अपनी स्विफ्ट गाड़ी में रात 8 बजे गाव महिमदपुर जा रहा था। उनकी गाड़ी के आगे उनके चाचा का लड़का गुरप्रीत था। गाव महिमदपुर से थोड़ा पहले आरोपित स्कार्पियो गाड़ी में आए और गुरप्रीत सिंह पर फायर कर दिए थे। लोगों के इकट्ठा होने पर सभी मौके से फरार हो गए थे। मामला नंबर-2
21 सितंबर 2016 की रात भूप्पी राणा व उसके साथियों ने पुरानी रंजिश के चलते दलबीर सिंह (27) निवासी डेराबस्सी पर रास्ता घेरकर गोलिया चला दी थी। जिसे पीजीआइ में भर्ती करवाया गया था। थाना डेराबस्सी में एएसआइ रमेश लाल की शिकायत पर भूप्पी राणा व उसके साथियों पर मामला दर्ज हुआ था। मामला नंबर-3
7 अक्टूबर 2016 की शाम करीब साढे़ 7 बजे गाव हरीपुर कूड़ा निवासी गुरभेज सिंह (22) अपने दो साथी जगतार सिंह गाव घनोनी व दीपक वर्मा गाव कूडलावाला को बाइक पर जा रहे थे। जब वह भूषण फैक्ट्री के पास पहुंचे तो कच्चे रास्ते पर एक इनोवा गाड़ी खड़ी थी, जब उन्होंने उस गाड़ी को क्रॉस किया, तो इनोवा गाड़ी ने उन्हें पीछे से आकर टक्कर मार दी। जब वह नीचे गिर गए तो गाड़ी से आरोपित डीजे, सोनी, भूप्पी राणा व एक अज्ञात व्यक्ति बाहर निकले, जिन्होंने उन पर गोलिया चला दी। उन्होंने झाड़ियों में छिपकर अपनी जान बचाई थी। जब वह बाहर निकले तो देखा कि जगतार सिंह की टाग पर गोलिया लगी थी, जिसे सेक्टर-32 अस्प्ताल में भर्ती करवाया गया था।