गमाडा ने डिफाल्टर बिल्डरों की लिस्ट वेबसाइट पर की अपलोड
वेबसाइट पर डिफाल्टर रियल एस्टेट प्रमोटर्स की लिस्ट डाल दी है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) ने अपनी वेबसाइट पर डिफाल्टर रियल एस्टेट प्रमोटर्स की लिस्ट डाल दी है। जोकि गमाडा का करोड़ों रुपये दबाकर बैठे हैं। जिला मोहाली के 24 रियल एस्टेट प्रमोटर्स को गमाडा के 263.34 करोड़ रुपये देने हैं। ये पैसे उन्होंने विभिन्न शुल्कों के रूप में गमाडा को अदा नहीं किए हैं। जिसके बाद गमाडा ने उक्त बिल्डरों को अपने रिकॉर्ड में डिफाल्टर घोषित कर दिया है। इसमें कई नामी लोग भी शामिल हैं। नाम बेवसाइट पर डालने के बाद अब गमाडा उन पर आगे की कार्रवाई करेगा। इसमें प्रोजेक्ट कैंसिल तक भी किए जा सकते हैं। गमाडा के अधीन राजपुरा से लेकर फतेहगढ़ साहिब व रोपड़ तक का एरिया आता है। इन एरिया के 24 प्रमोटर्स ने अपने प्रोजेक्ट पंजाब अपार्टमेंट एंड प्रॉपर्टी रेगुलेशन एक्ट पापरा के तहत रजिस्ट्रर करवाए थे। सूची में शामिल सारे बिल्डरों को साल 2005 से लेकर 2019 तक के बीच में लाइसेंस जारी हुए थे। इनमें से कई बिल्डरों ने अपने आखिरी दो-तीन साल के शुल्क अदा नहीं किए थे। इन शुल्कों में चेंज ऑफ लैंड यूज, एक्सटर्नल डेवलपमेंट चार्जेज समेत कई तरह के शुल्क हैं। बिना मंजूरी कॉलोनियां काटने वालों पर गिरेगी गाज
इसमें खरड़ एरिया के एक बिल्डर ने 58.43 करोड़ रुपये का, दूसरे बिल्डर ने 50.40 करोड़ रुपये और तीसरे बिल्डर ने 37.05 करोड़ नहीं दिए। गमाडा ने बिना बिजा मंजूरी लिए कॉलोनियां काटने वाले लोगों पर भी शिकंजा कस दिया है। कुछ दिन पहले ही गमाडा ने सोहाना एरिया में केस दर्ज किया था। अभी तक आरोपित फरार चल रहे हैं। अवैध कॉलोनियां का सर्वे में चलेगा पता
गमाडा अधिकारियों का कहना है कि एक सर्वे किया जा रहा है जिसमें इस बात का पता लगाया जा रहा है कि कहां-कहां पर अवैध कॉलोनियां बसी हैं। हालांकि कॉलोनियों को गमाडा की ओर से रेगुलाइज्ड किया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद कॉलोनियों को रेगुलाइज्ड करवाने के लिए बिल्डर्स आगे नहीं आ रहे। जिससे भी गमाडा को नुकसान हो रहा है। दिवाली के बाद गमाडा ऐसे कॉलोनाइजरों पर बड़ी कार्रवाई कर सकता है।