चंडीगढ़ में हेड कांस्टेबल से आठ लाख की ठगी, गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में जॉब लगवाने का दिया झांसा
चंडीगढ़ में आरपीएफ में तैनात हेड कांस्टेबल के रिश्तेदार को गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में जॉब दिलाने के नाम पर आठ लाख की ठगी कर ली। हेड कांस्टेबल इंद्रजीत की शिकायत पर सेक्टर-19 थाना पुलिस ने आरोपित परमिंदर के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत केस दर्ज कर लिया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। आरपीएफ में तैनात हेड कांस्टेबल के रिश्तेदार को गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में जॉब दिलाने के नाम पर आठ लाख की ठगी कर ली। मौलीजागरां स्थित रेलवे कालोनी में रहने वाले हेड कांस्टेबल इंद्रजीत सिंह की शिकायत के आधार पर सेक्टर-19 थाना पुलिस ने आरोपित परमिंदर के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत केस दर्ज कर लिया।
मौलीजागरां स्थित रेलवे कालोनी निवासी इंद्रजीत ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह आरपीएफ में बतौर हेड कांस्टेबल अंबाला रेलवे स्टेशन पर तैनात है। वहां पर सेक्टर-20 निवासी परमिंदर सिंह कमांडेट आफिस अधिकारियों से मिलने में आता जाता था। इस दौरान उसकी भी परमिंदर सिंह से जान पहचान हो गई। इंद्रजीत ने बताया कि परमिंदर सिंह ने उसे बताया कि उसके कई अधिकारी जान पहचान है। इससे पहले भी कई लोगों को नौकरी लगवा चुका है। इसी मामले में बातचीत के बाद अगस्त 2019 में हेड कांस्टेबल ने कहा कि वह भाई के बेटे जसवंत और बुआ के बेटे भूपिंदर की जॉब लगवानी है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि परमिंदर सिंह ने कहा कि अभी गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में लैब क्लीनर और पीयून की पोस्ट खाली हैं। वह जसवंत और भूपिंदर को दोनों पोस्ट पर जॉब दिला सकता है। इसके एवज में उसने आठ लाख रुपये की डील करके ले लिया। हेड कॉन्स्टेबल ने जसवंत के चार लाख और भूपिंदर के चार लाख रुपये परमिंदर को दिला दिया। इसके साथ हेड कांस्टेबल ने दोनों युवकों के एजुकेशन सर्टिफिकेट के साथ फॉर्म भरकर पहुंचा दिया। पैसे लेने के बाद तय समय में जॉब नहीं लगवा पाया। इस मामले में हेड कांस्टेबल ने परमिंदर से बातचीत करने की कोशिश किया तो वह आनाकानी करके बात टालने लगा। जब उससे आठ लाख रुपये वापस करने की बात की गई तो उसने बहाना कर दिया। जिसके बाद रेलवे कॉलोनी निवासी इंद्रजीत ने मामले की शिकायत सेक्टर-19 थाना पुलिस को दी।