लोगों से पैसे लेकर नहीं बनाया वीजा, आठ नामी इमीग्रेशन कंपनियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज
एसएसपी भुल्लर की डायरेक्शन पर अपने-अपने क्षेत्र के डीएसपीज ने शहर में चल रही इमीग्रेशन कंपनियों पर रेड की।
जेएनएन, मोहाली। फेज-1 थाना पुलिस ने फगवाड़ा निवासी मंजीत सिंह की शिकायत पर बेस्ट वीजा कंसलटेंसी फेज-5 के प्रबंधक सहित स्टाफ के सात लोगों पर 406, 420, 120बी के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपितों की पहचान राजवीर सिंह संधू, अमनदीप सिंह, गौरव, हिमानी, अमन कौर, मंदीप कौर, रमनदीप कौर के तौर पर हुई है। शिकायकर्ता गांव नंगल (फगवाड़ा) निवासी मंजीत सिंह ने बताया कि उक्त कंपनी ने अखबार में इश्तेहार दिया कि उनकी कंपनी कनाडा में लेबर वर्क करने के इच्छुक व्यक्तियों का वीजा लगाती है। इश्तेहार पढ़कर वह कंपनी में गए, जहां अलग-अलग समय उक्त व्यक्तियों ने उनसे मुलाकात की। आरोपितों ने उन्हें तीन महीने में कनाडा का वीजा देने की बात कहकर अलग-अलग शहर से आए कुल 22 लोगों से 2 लाख 10 हजार, 1 लाख 10 हजार, 1 लाख 90 हजार के हिसाब से पैसे लिए। 2 साल से उक्त व्यक्ति कंपनी के चक्कर काट रहे हैं, परंतु उन्हें न तो वीजा दिया गया और न ही उनकी रकम वापस की। इस संबंधी एसएसपी को शिकायत देने के बाद फेज-1 थाना पुलिस ने कंपनी प्रबंधकों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
7 कंपनियों पर भी मामला दर्ज, एक प्रबंधक को भेजा जेल
एसएसपी भुल्लर की डायरेक्शन पर अपने-अपने क्षेत्र के डीएसपीज ने शहर में चल रही इमीग्रेशन कंपनियों पर रेड की। इस रेड के दौरान जिले की 7 नामी इमीग्रेशन कंपनियों के खिलाफ पुलिस ने अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। फेज-2 में चल रही वल्र्ड राइट-वे इमीग्रेशन कंपनी के मालिक अमृत पाल सिंह को फेज-1 थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित को कोर्ट में पेश कर ज्यूडिशियल भेज दिया गया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपित अमृतपाल सिंह बिना लाइसेंस के इमीग्रेशन कंपनी चला रहा था। इसी तरह फेज-7 स्थित लैंड मार्क इमीग्रेशन कंपनी के खिलाफ मटौर थाने में मामला दर्ज हुआ है। इसके अलावा एक्सपर्ट करियर एंड एजुकेशन सेक्टर-70, फोकस इमीग्रेशन फेज-11, यूनिक सर्विसेज खरड़, यूनिसिटी जीरकपुर, सिक्योर सॉल्यूशन फेज-5 के खिलाफ भी अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।