शहर की Heritage Items को सहेजने में फ्रांस देगा तकनीकी सहयोग Chandigarh News
चंडीगढ़ को डिजाइन करने के बाद इसकी मुख्य बिल्डिंग के लिए फर्नीचर पियरे जेनरे ने डिजाइन किया था। अब यही फर्नीचर तस्करी के जरिए विदेशों में करोड़ों में नीलाम हो रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ की हेरिटेज आइटम्स को सहेजने में टेक्निकल सहयोग देने के लिए फ्रांस ने सहमति जता दी है। एडवाइजर मनोज कुमार परिदा ने फ्रांस सरकार को इसके लिए आग्रह किया था। जिसपर फ्रांस के एंबेसेडर इमेनुअल लेनिन ने लिखित में चिट्ठी भेजकर इस मिशन के लिए एक्सपर्ट भेजने की जानकारी दी है।
नेशनल स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर ऑफ पेरिस, ली कार्बूजिए फाउंडेशन और लेबोरेटरी द रिसर्च ऑफ मॉन्यूमेंट्स हिस्टोरिक (एलआरएमएच) के एक्सपर्ट फरवरी में तीन से नौ फरवरी के बीच चंडीगढ़ का दौरा करेंगे। भारत में फ्रांस एंबेसी के प्रतिनिधी भी साथ में होंगे। फ्रांस के एक्सपर्ट हेरिटेज साइट और पियरे जेनरे के डिजाइन फर्नीचर को सहेजने के लिए टेक्निकल सलाह देंगे। ली कार्बूजिए फ्रांस के नागरिक थे। उन्होंने अपने कजिन पियरे जेनरे के सहयोग से चंडीगढ़ को डिजाइन किया था। फ्रांस में भी कार्बूजिए की डिजाइन कई ईमारतें हैं।
विदेशों में निलाम हो रहा फर्नीचर
चंडीगढ़ को डिजाइन करने के बाद इसकी मुख्य बिल्डिंग के लिए फर्नीचर पियरे जेनरे ने डिजाइन किया था। अब यही फर्नीचर चंडीगढ़ से तस्करी के जरिए विदेशों में पहुंचकर करोड़ों में नीलाम हो रहा है। साल में कई ऑक्शन इस तरह की हो रही हैं। सिर्फ फर्नीचर ही नहीं जेनरे की लिखी चिट्ठी और मैनहोल के कवर तक भी नीलाम हो चुके हैं। इस फर्नीचर को सहेजने के लिए प्रशासन सेक्टर-18 स्थित गवर्नमेंट प्रेस की बिल्डिंग में प्रेस बंद होने के बाद बड़ा म्यूजियम बनाने की तैयारी कर रहा है।
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