10 में चार लोगों को मुंह का कैंसर
उत्तर भारत के लोगों में मुंह के कैंसर का खतरा बढ़ा है।
विशाल पाठक, चंडीगढ़ : उत्तर भारत के लोगों में मुंह के कैंसर का खतरा बढ़ा है। यह खुलासा पीजीआइ चंडीगढ़ के एक शोध में हुआ है। पीजीअीइ चंडीगढ़ के ओरल हेल्थ साइंस सेंटर के एचओडी डॉ. कृष्ण गाबा ने बताया कि 40 प्रतिशत लोगों में मुंह का कैंसर पाया जा रहा है। यानी उत्तर भारत में हर 10 में से चार लोगों में मुंह के कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। डॉ. गाबा ने बताया कि लोगों में बढ़ रहे मुंह के कैंसर का सबसे प्रमुख कारण सिगरेट, तंबाकू, पान, गुटखा और मसाला खाना है। जिसके कारण लोगों में मुंह का कैंसर हो रहा है। डॉ. गाबा के मुताबिक पीजीआइ में हर दूसरे या तीसरे दिन मुंह के कैंसर का एक मरीज आ रहा है। पीजीआइ चंडीगढ़ में वर्ष 2014 में मुंह के कैंसर के कुल 443 मरीज थे। जबकि 2015 में 507 मरीज। पीजीआइ में हर महीने मुंह के कैंसर के आ रहे 40 मरीज
डॉ. गाबा के मुताबिक पीजीआइ चंडीगढ़ में हर महीने मुंह के कैंसर के 35 से 40 मरीज आ रहे हैं। हर दूसरे या तीसरे दिन एक या दो मरीज मुंह के कैंसर के आ रहे हैं। लोगों के बदलते लाइफस्टाइल और खानपान के बदलने से और तंबाकू का सेवन करने से मुंह के कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं। मुंह के कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज पंजाब और हरियाणा से
पीजीआइ चंडीगढ़ की रिपोर्ट के मुताबिक मुंह के कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश से आ रहे हैं। पीजीआइ में हर महीने 35 से 40 मरीज मुंह के कैंसर का इलाज कराने आते हैं। इनमें 80 प्रतिशत लोग पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश से होते हैं। इनमें से 90 प्रतिशत लोगों को सिगरेट, बीड़ी, पान, गुटखा और मसाला खाने से मुंह का कैंसर हो रहा है। वर्ष 2014 और 2015 से बढ़े मुंह के कैंसर के मरीज
कैंसर 2014 प्रतिशत 2015 प्रतिशत
लंग 460 11.8 568 14.5
मुंह का कैंसर 443 11.4 507 13.0
ल्यूकेमिया 345 8.9 325 8.3
यूरीनरी ब्लडेर 136 3.5 100 2.6 पीजीआइ चंडीगढ़ के रीजनल सेंटर में हर साल आ रहे कैंसर के नए मरीज
वर्ष कैंसर के मरीज
2011 5,465
2012 5,804
2013 6,622
2014 7,079
2015 7,439
2016 6,587
2017 7,330
2018 8,024