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चंडीगढ़ में छह महीने में गैंगवार की चार बड़ी वारदात

कुलदीप शुक्ला चंडीगढ़ शहर में बाउंसर्स के आपसी टसल में खूनी संघर्ष लगातार बढ़ने के बा

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Mar 2020 11:01 PM (IST)Updated: Tue, 17 Mar 2020 11:01 PM (IST)
चंडीगढ़ में छह महीने में गैंगवार की चार बड़ी वारदात
चंडीगढ़ में छह महीने में गैंगवार की चार बड़ी वारदात

कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ : शहर में बाउंसर्स के आपसी टसल में खूनी संघर्ष लगातार बढ़ने के बावजूद यूटी पुलिस विभाग के पास नाममात्र के बाउंसर और उनके प्रोवाइडर्स की डिटेल्स हैं। अभी तक छह माह में ही गैंगवार की चार बड़ी वारदात हो चुकी हैं। नियमों के अनुसार डिस्कोथेक, क्लब, होटल्स सहित प्राइवेट सिक्योरिटी में तैनात होने वाले बाउंसर्स की पूरी डिटेल्स संबंधित थाना पुलिस की डायरी में होनी चाहिए। इसके साथ बाउंसर प्रोवाइड करवाने वालों की पूरी डिटेल्स के साथ रजिस्ट्रेशन नंबर होना अनिवार्य है। बाउसंर की फील्ड में आने के बाद कुछ अधिकारिक तौर और कुछ अनाधिकारिक तौर पर नेताओं, वीवीआइपी, डिस्को, क्लब, होटल और घर पर प्राइवेट बाउंसर प्रोवाइड करने का काम शुरू कर देते हैं। बाद में यही लोग बाउंसर्स फील्ड में नाम कमाने का नशा, टसल, पुरानी रंजिश और गैंगस्टर्स के साथ तालमेल कर गुटबाजी के कारण बड़ी वारदात में शामिल हो जाते हैं। सेक्टर-38 में सोमवार देर रात बाउंसर सुरजीत की गैंगवार में सात गोलियां मारकर हत्या के बाद एक बार फिर माहौल गरमा गया है।

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मीत हत्याकांड के बाद बननी शुरू हुई थी कुंडली

सकेतड़ी में मनीमाजरा के रहने वाले नामी बाउंसर अमित शर्मा उर्फ मीत हत्याकांड के बाद बाउंसर्स की कुंडली बनाने का आदेश पुलिस विभाग की ओर से जारी हुआ था। इसी तरह सेक्टर-9 स्थित एक एससीओ में फाइनेंसर से कहासुनी के दौरान एक प्राइवेट बाउंसर द्वारा धक्का मारकर पिस्टल दिखाने के बाद भी सेंट्रल डिवीजन की पुलिस ने बाउंसर्स की कुंडली बनानी शुरू की थी। कुछ दिनों बाद इस प्रक्रिया को पुलिस ने बंद कर दिया। पुलिस के इस लापरवाही के कारण अकसर बाउंसर्स से जुड़े मामले धड़ल्ले से होते हैं। वारदात की जिम्मेदारी लेने वालों की दर्जनभर फेसबुक आइडी

वर्तमान में बाउंसर सुरजीत का मुख्य काम फाइनेंस का बन चुका था। बाउंसर अमित शर्मा उर्फ मीत की गोली मारकर हत्या करने का बदला लेने के लिए सुरजीत हत्याकांड की जिम्मेदारी लेने वाले देवेंदर बंबिहा के नाम से दर्जनभर से ज्यादा फेसबुक आइडी चल रही हैं। चंडीगढ़ पुलिस पोस्ट करने वाले के सभी एफबी आइडी की साइबर सेल से जांच करवा रही है। इसके अलावा आइडी से गोली चलाने वाले के नाम लक्की पर भी जांच चल रही है। पांच लोगों का हो चुका मर्डर

शहर में छह महीने के अंदर गैंगवार की चार बड़ी वारदात में पांच लोगों की गोली मार हत्या की जा चुकी है। हरियाणा के जींद निवासी पांच बेखौफ बदमाशों ने चार सितंबर 2019 को सेक्टर-17 बस स्टैंड की बैक साइड की पार्किग में गोली मार एक युवक की हत्या और दूसरे साथी को घायल किया था। 29 सितंबर को दिनदहाड़े लॉरेंस बिश्नोई गैंग और राजू बिसौदी ग्रुप के पांच बदमाशों में बुड़ैल स्थित ऑफिस में गोली मारकर सोनू शाह की हत्या कर साथ में मौजूद दो लोगों को घायल किया था। सेक्टर-15 स्थित पीजी हाउस में गैंग से ताल्लुक रखने वाले बेखौफ पूर्व छात्र नेताओं ने दो छात्र नेताओं की गोली मारकर हत्या की थी।


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