पाकिस्तान से ड्रग व हथियारों की तस्करी मामले में पंजाब में सेना के जवान समेत चार गिरफ्तार
पंजाब में पाकिस्तान से ड्रग और हथियार की तस्करी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पंजाब पुलिस ने सेना के एक जवान सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पाकिस्तान से तस्करी कर ड्रग्स व हथियार भारतीय सीमा में लाने के मामले में पंजाब पुलिस ने सेना के एक जवान व तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक बीएसएफ जवान की गिरफ्तारी के लगभग दस दिन बाद यह कार्रवाई की है। गुरदासपुर के रहने वाले रमनदीप सिंह को पंजाब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बरेली से गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा उसके साथी तरनजीत सिंह तन्ना, जगजीत सिंह लाडी और सतिंदर सिंह काला को भी गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह में यह अब तक आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के बरेली से हुई गिरफ्तारी, गुरदासपुर का रहने वाला है आरोपित जवान
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि यह गिरफ्तारी पिछले हफ्ते गिरफ्तार किए गए बीएसएफ जवान सुमित कुमार से मिली जानकारी के आधार पर की गई है। पंजाब पुलिस इन सभी को प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब ला रही है। काला के पास से पुलिस ने ड्रग मनी के 10 लाख रुपये बरामद किए हैं। आरोपितों से अब तक 42.30 लाख रुपये की राशि बरामद की जा चुकी है।
दो जवानों समेत अब तक आठ लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार, सहपाठी रहे हैं आरोपित दोनों जवान
डीजीपी ने कहा कि सुमित और रमनदीप गुरदासपुर के मगर मुडियां गांव से संबंध रखते हैं और सहपाठी रहे हैं। रमनदीप ने ही सुमित को हथियारों की तस्करी में शामिल होने के लिए तैयार किया था। दोनों हत्या के एक ही मामले में गुरदासपुर जेल में बंद थे, जहां से सुमित को चार जनवरी, 2018 और रमनजीत को 14 सितंबर, 2019 को जमानत मिली थी।
अमृतसर जेल में हुई थी पाक नागरिक से मुलाकात
रमनदीप सिंह, तरनजीत सिंह तन्ना और सतिंदर सिंह काला के साथ मिल कर ड्रग्स और हथियारों की तस्करी का गिरोह चलाता था। काला कुछ समय के लिए अमृतसर जेल में रहा, जहां उसकी मुलाकात पाकिस्तानी नागरिक मौलवी उर्फ मुल्ला से हुई। मुल्ला ने उसका संपर्क पाकिस्तानी स्मगलरों से करवाया। बाद में कपूरथला जेल में भेजे जाने पर काला की दोस्ती तरनजीत तन्ना से हो गई। काला ने रमनदीप को गिरोह में किसी बीएसएफ जवान को शामिल करने को कहा। इसके बाद रमनदीप ने सुमित कुमार को गिरोह में शामिल होने के लिए मना लिया।
ऐसे काम करता था गिरोह
सुमित सरहदी कंटीली तार की तस्वीरें, उस स्थान का स्क्रीन-शॉट, सरहदी स्तंभों के नंबर और इलाके के आस-पास के गांवों का विवरण सरहद पार करने वाले तस्करों को भेजता था। वही ड्रग्स या हथियारों की खेप की सुपुर्दगी निश्चित करने के लिए फेंसिंग आदि की फोटो तन्ना और काला को भेजता था। तन्ना सुमित से ड्रग्स व हथियारों की खेप लाता था। जगजीत सिंह लाडी इन ड्रग्स या हथियारों को ठिकाने तक पहुंचाने के लिए अपनी स्विफ्ट कार उपलब्ध करवाता था।
हेरोइन व हथियार लाने का शक
गिरोह से अब तक 42 किलो हेरोइन, एक नौ एमएम की विदेशी पिस्तौल, 80 कारतूस और 12 बोर की गन व इसके कारतूस सीमा से लाने का शक है। ड्रग्स से उन्होंने 42.30 लाख रुपये कमाए थे, जिनमें से 32.30 लाख रुपये रमनदीप व सुमित कुमार में बराबर बांटे जाने थे।