Move to Jagran APP

पूर्व CM बादल बोले- कैप्टन ड्रामा बंद करें, समय बताएं मैैं गिरफ्तारी देने को तैयार

बादल ने कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बहिबलकलां गोलीकांड की जांच के नाम पर ड्रामा बंद करें। वे बताएं कि गिरफ्तारी देने के लिए कहां पर किस दिन कब पहुंचना है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 08:34 PM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 04:59 PM (IST)
पूर्व CM बादल बोले- कैप्टन ड्रामा बंद करें, समय बताएं मैैं गिरफ्तारी देने को तैयार
पूर्व CM बादल बोले- कैप्टन ड्रामा बंद करें, समय बताएं मैैं गिरफ्तारी देने को तैयार

जेएनएन, चंडीगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बहिबलकलां गोलीकांड की जांच के नाम पर ड्रामा बंद करें। वे बताएं कि गिरफ्तारी देने के लिए कहां पर किस दिन कब पहुंचना है, मैैं तैयार हूं। उल्लेखनीय है कि कैप्टन ने कहा था कि यह जांच ऊपर तक जाएगी।

loksabha election banner

मुख्यमंत्री के बयान के बाद बादल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैंने डीजीपी दिनकर गुप्ता से बात की है। उन्हें कहा है कि वे मुझे समय, स्थान बताएं। मैं गिरफ्तारी देने के लिए हाजिर हूं। ड्रामा करने की जरूरत नहीं है। मैं सीधा आज लंबी (मुक्तसर) से चला आ रहा हूं। बादल ने एसआइटी की जांच को कैप्टन का तमाशा बताते हुए कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य कांग्रेस के सीनियर नेताओं में बदलाखोरी की भूख पूरा करने को मुझे गिरफ्तार करना है। मैं नहीं चाहता कि सिर्फ मुझे गिरफ्तार करने की मंशा से किसी और को अनावश्यक परेशानी या जलालत झेलनी पड़े। यह सारा कुछ कांग्रेस द्वारा आजादी के बाद से आज तक अकाली दल और खालसा पंथ की महान संस्थाओं को खत्म करने के लिए रची गई साजिशों का हिस्सा है जो कभी कामयाब नहीं होंगी।

कैप्टन व जाखड़ मुझे दोषी बता चुके हैैं, फिर निष्पक्ष जांच कैसे

बादल ने कहा कि बहिबलकलां और कोटकपूरा गोलीकांड की जांच पूरी होने से बहुत पहले ही कैप्टन, उनके मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ मुझे दोषी करार दे चुके हैं। ऐसे में यह जांच कितनी निष्पक्ष हो सकती है, इस बारे में मुझे कोई भ्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी की सरकार ने श्री अकाल तख्त साहिब पर टैंकों से हमला करवाया हो और 1984 में निर्दोष सिखों के गलों में जलते टायर डालकर उन्हें मारा हो वह कातिल टोला मेरे जीवन की खुली किताब की दास्तान नहीं बदल सकेगा।

यह है मामला

उल्लेखनीय है कि करीब तीन साल पहले बरगाड़ी (फरीदकोट) में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी हुई ती। इसके बाद नाराज सिख बहिबलकलां व कोटकपूरा में इकट्ठा हुए थे। इस दौरान पुलिस द्वारा किए फायर में दो युवकों की मौत हो गई थी। कैप्टन सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए रिटा. जस्टिस रंजीत सिंह के नेतृत्व में आयोग बनाया था। उसकी रिपोर्ट में बादल, सुखबीर, पूर्व डीजीपी की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे। इसके बाद सरकार ने एसआइटी ने बनाई है जिसकी जांच जारी है।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.