ट्रिब्यून चौक पर फ्लाईओवर बनाने का रास्ता साफ, जानें कितने करोड़ आएगी लागत
चंडीगढ़ के पहले फ्लाईओवर की रिवाइज्ड डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे ने मंजूरी दे दी है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ के पहले फ्लाईओवर की रिवाइज्ड डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे ने मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद ट्रिब्यून चौक पर फ्लाईओवर बनने का रास्ता साफ हो गया है। सप्ताह के अंदर यूटी प्रशासन को इसकी लिखित में मंजूरी मंत्रालय की तरफ से आ जाएगी। डीपीआर मंजूरी के बाद दिसंबर तक फ्लाईओवर कंस्ट्रक्शन का काम शुरू हो जाएगा। दो साल में यह फ्लाईओवर बनकर तैयार हो जाएगा। इससे पहले जो डीपीआर यूटी प्रशासन ने तैयार की थी। उस पर मिनिस्ट्री ने आब्जेक्शंस लगा दी थी। सबसे बड़ी आब्जेक्शन फ्लाईओवर की लंबाई को लेकर थी। जिस वजह से कंस्ट्रक्शन कोस्ट भी कहीं ज्यादा आ रही थी। अब इसकी लंबाई को 6.5 किलोमीटर से घटाकर 1.5 किलोमीटर कर दी गई है। जो रेलवे ओवरब्रिज से स्टार्ट होकर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर-32 तक जाएगा। ट्रिब्यून चौक पर अंडरपास भी बनाया जाएगा। पहले आ रहा था 800 करोड़ का खर्च
इस पूरे प्रोजेक्ट पर 390 करोड़ रुपये खर्च आएगा। जबकि पहले लंबाई अधिक होने से इस प्रोजेक्ट पर 800 करोड़ से अधिक खर्च आ रहा था। इससे पहले डीपीआर में हल्लोमाजरा चौक पर अंडरपास और ट्रिब्यून राउंडअबाउट पर एलिवेटेड कॉरीडोर और एलिवेटेड रोटरी बनाने का प्लान भी था। जिसे रिवाइज्ड डीपीआर में हटा दिया गया है। पिछले सप्ताह ही यूटी इंजीनिय¨रग डिपार्टमेंट के अधिकारियों की मिनिस्ट्री के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई थी। जिसमें मिनिस्ट्री ने प्रोजेक्ट के डिजाइन, लंबाई और कोस्ट को लेकर कुछ आब्जेक्शन लगाई थी। इन्हें दूर करने के बाद ही अब इसे मंजूरी मिली है। बात ट्रैफिक की करें तो दक्षिण मार्ग पर पीक ऑवर्स में रोजाना कई घंटों का जाम लगता है। ट्रिब्यून चौक से रोजाना डेढ़ लाख वाहन गुजरते हैं।