धुंध की वजह से बिगड़ा फ्लाइट का शेड्यूल, Zero Visibility पर लैंडिंग का सपना अभी तक अधूरा Chandigarh News
कैट-3 इंस्टॉलेशन में हो रही देरी पर एयरपोर्ट प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि कैट-3 इंस्टॉलेशन के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
चंडीगढ़, जेएनएन। धुंध की वजह फ्लाइट शेड्यूल बिगड़ना शुरू हो गया है। बुधवार को 13 फ्लाइट्स ने अपने निर्धारित समय से देरी से उड़ान भरी। इतना नहीं कैट थ्री इंस्टालेशन नहीं होने की वजह विमान कंपनी इंडिगो ने अपनी फ्लाइट 15 फरवरी 2020 तक रद कर दी है।
विमानन कंपनी के अधिकारियों की मानें तो यात्रियों को दिक्कत न हो इसी वजह से विमानन कंपनी ने इस फ्लाइट को रद किया। गौरतलब है कि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मौजूदा समय में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आइएलएस) कैट - 2 इंस्टाल है। आइएलएस कैट -2 की मदद से न्यूनतम 350 मीटर विजिबिलिटी की मदद से फ्लाइट्स संचालन हो पाता है, लेकिन इन दिनों एयरपोर्ट एरिया में विजिबिलिटी 150 मीटर से कम हो जाती है। ऐसे में फ्लाइट्स को लैंडिंग में दिक्कत होती है। इससे पहले साल 2018 में विमानन कंपनी इंडिगो ने अपनी दुबई जाने वाली फ्लाइट पूरे दो महीने तक बंद रखा था।
कैट-3 थ्री इंस्टालेशन की डेडलाइन अक्टूबर 2019 तक थी
इसी साल अप्रैल महीने में सिविल एविएशन मिनिस्ट्री, इंडियन एयरफोर्स और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए आइएलएस कैट-3 इंस्टाल करने की बात कही थी। कैट थ्री इंस्टॉलेशन की डेडलाइन अक्टूबर 2019 तक थी। बाद में यह डेडलाइन दिसंबर महीने तक तय की गई थी।
कैट-3 इंस्टॉलेशन का काम कब तक शुरू होगा इसकी नहीं कोई तय तारीख
कैट-3 इंस्टॉलेशन में हो रही देरी पर एयरपोर्ट प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि कैट-3 इंस्टॉलेशन के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। दरअसल कैट थ्री इंस्टॉलेशन के लिए 0.6 एकड़ जमीन अतिरिक्त जमीन चाहिए। इसके अलावा कैट-थ्री इंस्टॉलेशन के लिए एयरपोर्ट को फिर से बंद करना पड़ेगा। इससे शहर के लोगों और विमानन कंपनियों को खासा नुकसान होगा। कैट -3 कब तक इंस्टॉल हो जाएगा अभी इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
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