चंडीगढ़ में पानी बर्बाद करने पर 5 हजार का चालान, आम लोगों पर कार्रवाई, VIP पर नगर निगम मेहरबान
चंडीगढ़ नगर निगम ने शहर में पानी बर्बाद करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया है। ऐसे में लोगों के 5-5 हजार रुपये के चालान काटे जा रहे हैं। बावजूद वीआइपी एरिया में अभी भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में इस समय 25 फीसद पानी सरकारी लीकेज के कारण बर्बाद हो रहा है, लेकिन अगर कोई शहरवासी पानी बर्बाद करते हुए पकड़ा जाता है तो उसका पांच हजार रुपये का चालान काटा जा रहा है। पिछले साल तक यह जुर्माना दो हजार रुपये था।
नगर निगम ने गर्मी के मौसम में पानी बर्बाद करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए टीमें बनाई है। मंगलवार को कुल 57 लोगों को नोटिस जारी किया गया, जबकि सिर्फ दो लोगों के पांच पांच हजार का चालान काटा गया हैं। 15 अप्रैल से शहर में पानी बर्बाद करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है और यह अभियान जून तक चलेगा। एक माह के भीतर नगर निगम की टीमों ने कुल 1500 से ज्यादा लोगों को पानी बर्बाद करने वालों को पकड़ा, जिनमें से 1466 लोगों को नोटिस दिया गया है जबकि 99 लोगों के चालान काटे गए हैं। तीन बार पकड़े जाने पर पानी का कनेक्शन काटा जाएगा। अगर कोई जुर्माने की राशि अदा नहीं करेगा तो पानी के बिल में यह राशि जुड़कर आ जाएगी।
फासवेक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिट्टू का कहना है कि सरकारी लीकेज होने पर कर्मचारियों का चालान काटना चाहिए। इस बार भी गर्मी में शहरवासियों को पानी की सप्लाई लो प्रेशर से आ रही है।वहीं, वीआइपी एरिया में अभी भी लोग पीने के पानी से घर के बाहर लगाए गए बागों में सिंचाई कर रहे हैं। सिंचाई के लिए टरशरी वाटर का प्रयोग करना चाहिए, लेकिन नगर निगम के अधिकारी इन पर कार्रवाई नहीं करते हैं।
बता दें कि नगर निगम ने 15 अप्रैल से पीने के पानी से गाड़ियों को धोने और बगीचों की सिंचाई करने पर पाबंदी लगा दी गई है। जबकि बाल्टी का प्रयोग करके सिंचाई की जा सकती है। इसके साथ ही अगर किसी के कूलर और छत पर रखी टंकी भी ओवरफ्लो मिलती है तो उनका भी चालान काटा जा रहा है। यह अभियान 30 जून तक जारी रहेगा। नगर निगम के अनुसार अगर किसी ने वाटर सप्लाई लाइन में अवैध तरीके से सीधा बूस्टर पंप लगाया होगा तो भी कार्रवाई की जा रही है। अगर किसी के घर के आगे पानी की लीकेज हो रही है या फिर मीटर में से पानी बह रहा है या फिर कूलर में से पानी बहेगा तो भी पहला चालान पांच हजार रुपये का ही कटेगा।