पीयू इलेक्शन-2014 : मारपीट में सुबूतों के अभाव में पांच छात्र नेता बरी
वर्ष 2014 पंजाब विश्वविद्यालय में हुए छात्रसंघ चुनाव के दौरान सोई और पुसू के छात्र नेताओं के बीच हुई मारपीट के मामले में जिला अदालत ने सुनवाई करते हुए पांचों आरोपित छात्र नेताओं को सुबूतों के अभाव में बरी कर दिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : वर्ष 2014 पंजाब विश्वविद्यालय में हुए छात्रसंघ चुनाव के दौरान सोई और पुसू के छात्र नेताओं के बीच हुई मारपीट के मामले में जिला अदालत ने सुनवाई करते हुए पांचों आरोपित छात्र नेताओं को सुबूतों के अभाव में बरी कर दिया है। बरी होने वालों में तत्कालीन कैंपस प्रेसिडेंट सोई मनप्रीत सिंह उर्फ मीत जटाना निवासी फिरोजपुर, तत्कालीन पार्टी प्रेसिडेंट सोई रशपाल सिंह निवासी मुक्तसर, तत्कालीन पुसू प्रेसिडेंट सतविंदर उर्फ नवल निवासी पटियाला, पुसू नेता सहजपाल सिंह निवासी मानसा और पुसू नेता हर्षदीप सिंह निवासी मोहाली शामिल हैं। इन पांचों छात्र नेताओं के खिलाफ सेक्टर-11 पुलिस थाना ने मारपीट की शिकायत पर केस दर्ज किया था। तत्कालीन चीफ सिक्योरिटी आफिसर जतिंदर ग्रोवर ने पुलिस को शिकायत दी थी कि सोई और पुसू के छात्र नेता हेल्प डेस्क पर एक दूसरे से किसी बात को लेकर भीड़ गए थे। चीफ सिक्योरिटी आफिसर की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 149, 332, 353 और 506 के तहत केस दर्ज किया था।
चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर ने दी थी सूचना
1 जुलाई 2014 को पीयू में बतौर चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर तैनात जतिंदर ग्रोवर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि, उन्हें दोपहर 3 बजे के करीब सिक्योरिटी आफिसर शिव लाल यादव ने सूचना दी थी कि पोस्ट आफिस के पास बनी हेल्प डेस्क में दो छात्र गुटों में झगड़ा हो रहा है। इस पर वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि पुसू और सोई के छात्र नेताओं में मारपीट हो रही है। उन्होंने सिक्योरिटी की मदद से छात्र नेताओं को शात कराने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों गुटों ने एक दूसरे पर कुर्सिया फेंकना शुरू कर दिया। बीच-बचाव करते हुए एक कुर्सी आकर उनकी आख पर लगी, जिससे वह ज मी हो गए। वहीं अन्य सिक्योरिटी स्टाफ भी ज मी हुआ। इस पर उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। पुलिस के पहुंचने से पहले सभी छात्र उन्हें व स्टाफ को जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर बाद में उक्त पाचों छात्र नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था।