पांच लाख के लालच में करने वाले थे कत्ल, उत्तराखंड के दो आरोपित गिरफ्तार
दो व्यक्ति वारदात को अंजाम देने से पहले ही लैहली पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
संवाद सहयोगी, लालड़ू (मोहाली) : पांच लाख की सुपारी के लालच में कत्ल करने के इरादे से आए दो व्यक्ति वारदात को अंजाम देने से पहले ही लैहली पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपितों से एक देसी कट्टा और तीन जिदा कारतूस बरामद किए गए हैं। जिनके खिलाफ पुलिस ने इरादा-ए-कत्ल सहित अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया है। लैहली चौकी इंचार्ज एएसआइ कुलवंत सिंह ने बताया कि चार दिसंबर को अंबाला-चंडीगढ मुख्य मार्ग पर स्थित लैहली चौक पर नाकाबंदी की हुई थी। अंबाला की ओर से आ रहे एक ऑटो को चेकिग के लिए रोका, उसमें सवार व्यक्तियों की तलाशी लेने पर एक व्यक्ति के पास से देसी कट्टा व तीन जिदा कारतूस बरामद हुए। उसे साथी समेत दबोच लिया गया। आरोपितों की पहचान शकील अहमद पुत्र अली हसन व रवि सक्सेना पुत्र ओमप्रकाश निवासी काशीपुर, उत्तराखंड के तौर पर बताई। पुलिस ने दोनों को डेराबस्सी की अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। साले को मरवाना चाहता है रवि चौहान
पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनको रवि चौहान पुत्र ध्यान सिंह निवासी काशीपुर, उत्तराखंड ने पांच लाख का लालच देकर कत्ल करने के लिए डेराबस्सी भेजा है। रवि चौहान अपने ही साले को मरवाना चाहता है। जिसका अपनी पत्नी के साथ झगड़ा भी चल रहा है जो पत्नी को दहेज के लिए तंग परेशान करता है और अपने सालों की जमीन हड़पना चाहता है। रवि चौहान ने साले पवन राठौर को मारने के लिए शिव कांप्लेक्स, डेराबस्सी (जो डेराबस्सी के निकट स्थित फैक्ट्री में पिछले पांच वर्षो से काम करता है) में भेजा था। बीमार होने के कारण बच गई पवन की जान
दस दिन पहले रवि चौहान उनको डेराबस्सी लेकर आया था और पूरी रेकी करवाने के बाद पवन को मारने के लिए भी आए थे मगर पवन के बीमार होने के चलते उस दिन वह घर से नहीं आया। चार दिसंबर को फिर से वारदात को अंजाम देने के लिए आए थे। एएसआइ कुलवंत सिंह ने बताया कि वे पुलिस पार्टी सहित मास्टरमांइड रवि चौहान को काबू करने के लिए उसके घर उत्तराखंड पहुंचे लेकिन आरोपित फरार हो चुका था।