खामियां सुधारो वरना कटेंगे पानी व सीवरेज के कनेक्शन
सूरत में हुए अग्निकांड के बाद करवाए गए फायर सेफ्टी ऑडिट में जिन इमारतों में फायर सेफ्टी संबंधी खामियां सामने आईं हैं नगर निगम उन बिल्डिगों के मालिकों को जल्द नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
जासं, मोहाली : सूरत में हुए अग्निकांड के बाद करवाए गए फायर सेफ्टी ऑडिट में जिन इमारतों में फायर सेफ्टी संबंधी खामियां सामने आईं हैं नगर निगम उन बिल्डिगों के मालिकों को जल्द नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू करेगा। निगम की तरफ से ऐसी बिल्डिगों के मालिकों को नोटिस जारी कर खामियों को दूर करने का अल्टीमेटम दिया जाएगा। ऐसा न करने पर बिल्डिगों के पानी व सीवरेज के कनेक्शन काट दिए जाएंगे। इसके अलावा निगम की तरफ से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह पहला मौका है जब निगम कमिश्नर की तरफ से नोटिस जारी किए जाएंगे।
23 मई को सूरत में आगजनी की घटना में कई विद्याíथयों की मौत हो गई थी। इसके बाद जिले की पूर्व डीसी गुरप्रीत कौर सपरा ने उस समय फायर सेफ्टी ऑडिट के आदेश दिए थे। इसके बाद फायर विभाग की टीम ने पूरी कार्रवाई कर 300 बिल्डिगों की पहचान की थी। इनमें फायर सेफ्टी संबंधी सारे प्रबंध अधूरे पाए गए थे। साथ ही विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ रही थीं। इनमें कई कोचिग संस्थान, सरकारी और प्राइवेट अस्पताल, शिक्षा क्षेत्र से जुड़े संस्थान हैं। डेराबस्सी में हुए अग्निकांड से नसीहत लेने की जरूरत
निगम के अधिकारियों के मुताबिक इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ध्यान रहे कि दो दिन पहले ही डेराबस्सी स्थित फैक्ट्री में लगी आग से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ और तीन लोगों की जान चली गई। पूरब अपार्टमेंट में भी इंतजाम पूरे नहीं
सेक्टर-88 स्थित पूरब प्रीमियम अपार्टमेंट में भी आग लगने की स्थिति में इससे निपटने के इंतजाम पूरे नहीं हैं। इस संबंध में पूरब प्रीमियम अपार्टमेंट के अलाटियों ने डीसी को एक पत्र लिखा है। उनका कहना है कि पूरब अपार्टमेंट में अंडर ग्राउंड गैस का टैंक है। इसके अलावा बिजली के कनेक्शन आदि हैं, लेकिन उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वहां पर अब काफी संख्या में लोग रह रहे हैं। ऐसे में लोगों की जान से खिलवाड़ न हो, इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। दूसरी तरफ इलाके में समय समय पर मॉक ड्रिल करवाई जाए। शहर की कई सरकारी इमारतों में भी आग से निपटने के इंतजाम नहीं है। इनमें सिविल अस्पताल मोहाली सहित गमाडा, पीएसइबी व नई बनी सरकारी इमारतें भी शामिल हैं।