पीजी में हादसे के बाद दमकल विभाग हरकत में अाया, डीसी ऑफिस से मांगा पीजी का डाटा Chandigarh News
चंडीगढ़ में पीजी में हुए हादसे के बाद दमकल विभाग ने डीसी ऑफिस को पत्र लिखकर शहर में चल रहे पीजी की जानकारी मांगी है।
चंडीगढ़, जेएनएन। सेक्टर-32 के पीजी में हुए अग्निकांड में तीन छात्राअाें की माैत के बाद नगर निगम का फायर विंग भी हरकत में अा गया है। दमकल विभाग ने डीसी ऑफिस को पत्र लिखकर शहर में चल रहे पीजी की जानकारी मांगी है।
चीफ फायर अधिकारी अनिल गर्ग का कहना है कि शहर में चल रहे पीजी की लिस्ट आने के बाद फायर विंग उन्हें चेक करेगा। अभी तक नगर निगम के पास शहर में चल रहे पीजी का कोई डाटा नहीं है। चीफ फायर अधिकारी अनिल गर्ग का कहना है कि सेक्टर-32 के हुए हादसे की रिपोर्ट आ गई है।
आग लगने का कारण शार्ट सर्किट सामने आया था। वहीं शहर में चल रहे पीजी जनस्वास्थ्य विभाग को भी चूना लगा रहे हैं, क्योंकि घरों में चल रहे पीजी में कमर्शियल पानी का बिल चार्ज होना चाहिए। जनस्वास्थ्य विभाग ने भी ऐसे पीजी चेक करने के लिए कहा है।
कार्रवाई के लिए प्रशासक को लिखा पत्र
शहर में दूसरे राज्याें से आए विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए और अवैध रूप से चल रहे पीजी पर लगाम कसने के लिए चंडीगढ़ युवा दल ने सोमवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को पत्र लिखा है। दल के प्रधान विनायक बंगिया एवं संयोजक सुनील यादव ने बताया कि अगर शहर में नजर डाली जाए तो आपको ज्यादातर घरों में पीजी ही दिखाई देंगे। इनमें ज्यादातर आंकड़ा उन पीजी का होगा, जिनका रिकॉर्ड न तो प्रशासन के पास है और न ही पुलिस के पास।
अवैध पीजी में कई बड़ी वारदात हो चुकी हैं, फिर भी पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी है। लोगाें ने घरों को पीजी में बदल कर नया बिजनेस शुरू कर लिया। पीजी बनाने के लिए प्रशासन और पुलिस ने कई नोटिफिकेशन जारी किए हैं। पत्र के जरिये प्रशासक से मांग की गई है कि शहर में चल रहे अवैध पीजी पर कार्रवाई की जाए।