शोरूम में बॉक्स टाइप निर्माण की मंजूरी देने से दमकल विभाग का इन्कार
प्रस्ताव को एडवाइजरी कमेटी की बैठक में लाने से पहले प्रशासन ने फायर विभाग से इस पर लिखित में राय देने के लिए कहा था, जिस पर दमकल विभाग ने आपत्ति जाहिर की है।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। लोकसभा चुनाव से पहले प्रशासन शहर के एससीएफ और एससीओ में काम करने वाले कारोबारियों को एक बड़ी राहत देने की तैयारी कर रहा है। 15 फरवरी को बुलाई गई प्रशासक की एडवाइजरी कमेटी की बैठक में ऐसे शोरूमों की पिछली तरफ पहली मंजिल के बरामदों को बॉक्स टाइप कवर करने की मंजूरी देने का फैसला लिए जाने की संभावना है। इस प्रस्ताव को कमेटी की बैठक में शामिल किया गया है, लेकिन नगर निगम का दमकल विभाग ऐसे शोरूमों को मंजूरी देने के खिलाफ है। प्रस्ताव को एडवाइजरी कमेटी की बैठक में लाने से पहले प्रशासन ने फायर विभाग से इस पर लिखित में राय देने के लिए कहा था, जिस पर दमकल विभाग ने आपत्ति जाहिर की है। विभाग के अनुसार नेशनल बिल्डिंग कोड 2016 के अनुसार एससीएफ और एससीओ के पहली मंजिल में बने बरामदों को कवर नहीं किया जा सकता है। फायर नार्म्स के हिसाब से ऐसा होने पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हो पाएंगे।
व्यापारियों ने किए निर्माण, लेकिन प्रशासन मानता है वॉयलेशन
सेक्टर-7 से लेकर 30 तक के बाजारों में ऐसे शोरूम हैं, जिनके यहां पर पहली मंजिल के पिछले बरामदे में बॉक्स टाइप निर्माण करने की मंजूरी देने का प्रस्ताव है।इस समय इन बाजारों में शहर में कई व्यापारियों ने अतिरिक्त निर्माण कर लिया है, जिसे प्रशासन वॉयलेशन मानता है। ऐसे व्यापारियों को पहले से नोटिस जारी किए जा चुके हैं। ऐसे में शहर के व्यापारी सगठनों ने प्रशासन पर दबाव बनाया हुआ है कि बॉक्स टाइप निर्माण को रेगुलर किया जाए। लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण व्यापारियों का भाजपा पर भी दबाव है। इसलिए ही अब एडवाइजरी काउंसिल की बैठक में यह प्रस्ताव आ रहा है। सूत्रों का कहना है कि प्रशासन का वास्तुकार विभाग भी इसकी मंजूरी देने के पक्ष में नहीं है।
नहीं होना चाहिए भेदभाव, दक्षिणी सेक्टरों की तरह ही मिले मंजूरी : चरणजीव सिंह
एडवाइजरी काउंसिल के सदस्य एवं व्यापार मंडल के चेयरमैन चरणजीव सिंह का कहना है कि दक्षिणी सेक्टरों में जो शोरूम हैं, उनका डिजाइन ही इस तरह से बनाया गया है कि वहां पर पिछले बरामदे के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी हुई है। इसलिए इसी पेटर्न पर सेक्टर-7 से 30 तक के एससीएफ में पहली मंजिल पर खाली पड़ी जगह को कवर करने की मंजूरी मिलनी चाहिए। ऐसे में उत्तरी और दक्षिणी सेक्टरों में बने शोरूमों के व्यापारियों के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। अब व्यापारियों को ज्यादा स्पेस की जरूरत है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि बैठक में यह प्रस्ताव पास किया जाएगा। बूथों और बेशॉप को स्टोर के लिए एक अतिरिक्त मंजिल का निर्माण करने का भी प्रस्ताव इस बैठक में चर्चा के लिए आ रहा है। 8 साल पहले ग्राउंड फ्लोर के बरामदों को कवर करने की मिली थी मंजूरी 8 साल पहले तक शोरूम के पिछली तरफ के बरामदे भी कवर करने की मंजूरी नहीं थी, उस समय प्रशासन ने इसको कवर करने की मंजूरी दी थी। एक शोरूम की लंबाई 65 फुट तक होती है, जिसमें 12 से 13 फुट की जगह इस समय ऊपर की मंजिल के पिछली तरफ बरामदे में खाली है। जिसको बॉक्स टाइप कवर करने की मंजूरी की मांग व्यापारी कर रहे हैं।