प्रॉपर्टी से जुड़े मामले में एस्टेट ऑफिस के तीन एडीओ समेत नौ कर्मियों पर दर्ज होगी एफआइआर
इंडस्ट्रियल एरिया के प्रॉपर्टी से जुड़े एक मामले में विजिलेंस ने पुलिस को एस्टेट ऑफिस के 9 कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के ऑर्डर जारी किए हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। इंडस्ट्रियल एरिया के प्रॉपर्टी से जुड़े एक मामले में विजिलेंस ने पुलिस को एस्टेट ऑफिस के 9 कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के ऑर्डर जारी किए हैं। पुलिस को एफआइआर दर्ज करने के लिए रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। जिन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए रेकमेंडेशन भेजी गई है, उनमें एस्टेट ऑफिस के तीन एसडीओ भी शामिल हैं। इन लोगों पर आरोप है कि बिल्डिंग रूल्स के नियमों को ताक पर रखकर इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 स्थित प्लॉट नंबर-84 व 85 को जोड़कर निर्माण किए जाने की अनुमति दी गई थी। मामले में पूर्व डीसी मोहम्मद शाइन ने विजिलेंस इनक्वायरी मार्क की थी।
पूर्व डीसी ने दिए थे जांच के आदेश
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 की एक नामचीन ऑटोमोबाइल कंपनी ने दो प्लॉटों का एक अमलगामेट (जोड़) लिया था। जिसमें पूर्व डीसी मोहम्मद शाइन ने विजिलेंस को जांच के लिए कहा था। यूटी प्रशासन के प्रिंसिपल होम सेक्रेटरी अरुण कुमार गुप्ता की अध्यक्षता वाली एक कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यह निर्देश दिए गए। शिकायत मिलने के बाद पूरे मामले की जांच के लिए विजिलेंस कमेटी बनी थी। कमेटी की जांच में 20 कर्मचारियों को शामिल किया था। जिनमें आर्किटेक्ट विभाग और एस्टेट ऑफिस के कर्मचारी शामिल थे। पूरा मामला दो प्लॉटों को जोड़े जाने का था, जिनके मालिक अलग-अलग थे। बताया जाता है कि प्लॉटों की कीमत के मुताबिक रजिस्ट्री में घपला किया गया था। शिकायत मिलने पर जांच विजिलेंस को सौंपी गई थी। जांच के बाद पाया गया कि प्लॉटों के कागजों में एस्टेट ऑफिस के अफसरों और कर्मचारियों ने मिलकर घपला किया था। जिस पर यह कार्रवाई की गई।
इन पर होगी एफआइआर
-जगमोहन सिंह, बिल्डिंग असिस्टेंट
-हरनेक सिंह, जूनियर इंजीनियर
-संदीप शर्मा, ड्राफ्टसमैन
-विपिन बग्गा, ड्राफ्टसमैन
-विनोद कुमार जैन, एसडीओ, बिल्डिंग
-सुरेश कुमार, एसडीओ बिल्डिंग
-राम सिंह सहोता, हेड ड्राफ्टसमैन
-किरपाल सिंह, जूनियर इंजीनियर
-धमेंद्र बस्सी, एसडीओ बिल्डिंग