मजीठिया पर एफआइआर, विधायक एनके शर्मा बोले- नवजोत सिद्धू को मरने से बचाने के लिए चन्नी ने करवाया केस
एनके शर्मा ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को मरने से बचाने के लिए मुख्यमंत्री चरणजीम सिंह चन्नी ने बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर एफआइआर दर्ज करवाई है। क्योंकि सिद्धू ने धमकी दी थी कि अगर ऐसा न किया गया तो वे आत्महत्या कर लेंगे।
रोहित कुमार, मोहाली। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री व शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर मामला दर्ज होने के बाद पंजाब की सियासत गरमा गई है। जहां एक ओर विरोधी दल शिअद पर हमलावर हैं, वहीं, पार्टी के नेता बचाव पक्ष में उतरकर विरोधियों को जवाब देने लग गए हैं। ऐसे में डेराबस्सी से शिअद विधायक एनके शर्मा ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर बयान जारी किया है।
एनके शर्मा ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को मरने से बचाने के लिए मुख्यमंत्री चरणजीम सिंह चन्नी ने बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर एफआइआर दर्ज करवाई है। क्योंकि सिद्धू ने धमकी दी थी कि अगर ऐसा न किया गया तो वे आत्महत्या कर लेंगे। शर्मा ने कहा कि ये पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है। मजीठिया पिछले पांच साल से सरकार के खिलाफ लड़ते रहे हैं। विधानसभा के अंदर व बाहर मजीठिया ने बार बार पूछा (पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन से) कि गुटका साहिब की कसम खाकर वायदे पूरे क्यों नहीं किए जा रहे, जिसका सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। शर्मा ने आरोप लगाया कि अफसरों अकालियों पर झूठे पर्चे दर्ज करने के लिए कहा जा रहा है। पुलिस अफसरों पर दवाब बनाया जा रहा है। विधायक ने कहा कि अभी तो मजीठिया पर मामला दर्ज हुआ है कल को बड़े बादल साहब और सुखबीर बादल पर भी मामला दर्ज हो सकता है, लेकिन शिअद कार्यकर्त मामले दर्ज होने से नहीं डरते।
नए डीजीपी की नियुक्ति पर उठाए सवाल
शर्मा ने पंजाब के नए डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की नियुक्ति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चट्टोपाध्याय कानूनी तौर पर डीजीपी लग ही नहीं सकते, लेकिन चट्टोपाध्याय को डीजीपी सिर्फ इस शर्त पर लगाया कि मजीठिया के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। पंजाब में कांग्रेस की हालत बेहद खराब है।
वहीं, आनंदपुर साहिब से पूर्व सांसद सदस्य प्रेम सिंह चंदूूमाजरा ने कहा कि ये कांग्रेस की बौखलाहट है जो इस तरह के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। जनता के साथ किया एक भी वायदा पूरा नहीं किया गया है। अकाली नेताओं ने कहा कि हर कर्मचारी वर्ग सड़कों पर है। शिक्षकों से लेकर बिजली कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सिर्फ एलान कर रहे हैं, लेकिन जमीन स्तर पर कोई काम नहीं किया जा रहा। अकाली नेताओं ने कहा कि जनता सबकुछ समझ रही है, आने वाले चुनाव में जनता ही कांग्रेस को जवाब देगी।