एग्रीमेंट खारिज करना निगम पर पड़ेगा भारी, हर माह डड्डूमाजरा प्लांट पर आएगा 60 लाख खर्च Chandigarh News
नगर निगम का डड्डूमाजरा के जेपी प्लांट को एग्रीमेंट खारिज करने का फैसला भारी पड़ सकता है। निगम की वित्तीय हालत काफी खस्ता है
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। नगर निगम का डड्डूमाजरा के जेपी प्लांट को एग्रीमेंट खारिज करने का फैसला भारी पड़ सकता है। नगर निगम की वित्तीय हालत काफी खस्ता है और अगर प्लांट भी खुद चलाना पड़ा तो हर माह 60 लाख रुपये का खर्चा नगर निगम को करना होगा। यह खर्चा प्लांट को चलाने का है।
ऐसे में नगर निगम की वित्तीय हालत और खस्ता हो जाएगी। निगम कमिश्नर केके यादव के अनुसार प्लांट को चलाने के लिए सुबह और शाम अलग-अलग शिफ्ट के लिए 30 हेल्पर्स की जरूरत पड़ेगी।
प्लांट चलाने का खर्चा प्रशासन को खुद देना चाहिए
पूर्व मेयर अरुण सूद का कहना है कि प्लांट को चलाने का खर्चा प्रशासन को खुद देना चाहिए। 25 फरवरी को जब इस मुद्दे पर सलाहकार मनोज परिदा के नेतृत्व में बैठक हुई थी तो उन्होंने खर्चे का मामला उठाया था। उनका कहना है कि जब तक नया प्लांट अपग्रेड नहीं हो जाता तब तक हर माह होने वाले खर्चे का भुगतान प्रशासन को करना चाहिए। उनका कहना है कि प्लांट अपग्रेड करने की भी समयसीमा तय होना चाहिए।
बुधवार को होने वाली सदन की बैठक में भी यही प्रस्ताव पास किया गया है। बैठक में कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा भी किया। सदन ने एग्रीमेंट खारिज करने के साथ-साथ यह भी फैसला लिया है कि एक सप्ताह में ही नगर निगम की ओर से प्लांट टेकओवर कर लिया जाएगा।
भाजपा हर मामले में यू टर्न ले रही
कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला का कहना है कि भाजपा हर मामले में यू टर्न कर रही है पहले पानी के रेट बढ़ाकर फिर से प्रस्ताव लाकर रेट कम किए गए और अब गारबेज प्लांट के मुद्दें पर ऐसा किया गया है। भाजपा शहरवासियों को गुमराह कर रही है।