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ट्रांसजेंडर स्टूडेंट्स की फीस होगी माफ

ट्रांसजेंडर्स को शिक्षित कर उन्हें समाज में बराबर की हिस्सेदारी दिलाने के लिए यूटी एजुकेशन डिपार्टमेंट ने योजना बनाई है। इसके तहत ट्रांसजेंडर्स स्टूडेंट्स के लिए अगले अकादमिक सेशन से स्कूल व कॉलेज की फीस माफ रहेगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 06:43 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 06:43 PM (IST)
ट्रांसजेंडर स्टूडेंट्स की फीस होगी माफ
ट्रांसजेंडर स्टूडेंट्स की फीस होगी माफ

जासं, चंडीगढ़ : ट्रांसजेंडर्स को शिक्षित कर उन्हें समाज में बराबर की हिस्सेदारी दिलाने के लिए यूटी एजुकेशन डिपार्टमेंट ने योजना बनाई है। इसके तहत ट्रांसजेंडर्स स्टूडेंट्स के लिए अगले अकादमिक सेशन से स्कूल व कॉलेज की फीस माफ रहेगी।

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एजुकेशन सेक्रेटरी बीएल शर्मा और ट्रांसजेंडर्स वेलफेयर बोर्ड के बीच हाल ही में हुई बैठक में इस पस्ताव को लेकर सहमति बनी है। इसमें ट्रांसजेंडर्स वेलफेयर बोर्ड की ओर से धनंजय चौहान मंगलमुखी और काजल मंगलमुखी ने एजुकेशन सेक्रेटरी बीएल शर्मा को लेटर के जरिये प्रस्ताव भेजा था। इसे एजुकेशन सेक्रेटरी ने कंसीडर करते हुए डायरेक्टर हायर एजुकेशन रूबिंदरजीत सिंह बराड़ को प्रस्ताव को टेकअप करने के लिए भेजा।

बता दें कि अभी तक पंजाब यूनिवर्सिटी में पांच ऐसे स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जोकि बतौर ट्रांसजेंडर्स के रूप में यहां अपनी शिक्षा पूरी कर रहे हैं। एजुकेशन डिपार्टमेंट उनकी फीस माफ करने को तैयार है, लेकिन ऐसे स्टूडेंट्स को एजुकेशन डिपार्टमेंट को अपनी पहचान उजागर करना होगा, ताकि उन्हें यह बेनीफिट दिए जा सके। मंजूरी के लिए चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों के पास भेज प्रस्ताव

डायरेक्टर हायर एजुकेशन रूबिंदरजीत सिंह बराड़ ने ट्रांसजेंडर्स को अगले अकादमिक सेशन से स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में फीस माफ करने को लेकर प्रस्ताव पर मंजूरी के लिए चंडीगढ़ प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया है।

ट्रांसजेंडर्स वेलफेयर बोर्ड ने प्रशासन के समक्ष उठाई थी यह मांगें

-पंजाब यूनिवर्सिटी और उससे एफिलिएटेड कॉलेज में ट्रांसजेंडर स्टूडेंट्स की फीस माफ की जाए

- ट्रांसजेंडर्स स्टूडेंट्स के लिए यूनिवर्सिटी व कॉलेज में अलग से रहने के लिए ब्लॉक बनाया जाए

-सिंगल गर्ल चाइल्व अन्य कैटेगिरी की तरह ट्रांसजेंडर्स स्टूडेंट्स के लिए हर डिपार्टमेंट व कॉलेज में सीट होनी चाहिए।

-शारीरिक उत्पीड़न या अन्य कमेटी में एक या दो मेंबर ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी के होने चाहिए


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