किसान मार्च के लिए चंडीगढ़ की सीमाओं पर जुटने लगे किसान, पुलिस ने किसानों को रोकने के किए पुख्ता इंतजाम
किसान संगठनों द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन देने की घोषणा के बाद शनिवार सुबह से ही शहर की सीमाओं पर पुलिस बल तैनात कर दिया है। सुबह 10 बजे के करीब जीरकपुर-चंडीगढ़ बार्डर पर चंडीगढ़ पुलिस की मुस्तैदी देखने को मिली।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों द्वारा आज राजधानी चंडीगढ़ शांतिपूर्ण मार्च निकाला जा रहा है। किसान संगठनों द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन देने की घोषणा के बाद शनिवार सुबह से ही शहर की सीमाओं पर पुलिस बल तैनात कर दिया है। सुबह 10 बजे के करीब जीरकपुर-चंडीगढ़ बार्डर पर चंडीगढ़ पुलिस की मुस्तैदी देखने को मिली। चंडीगढ़ पुलिस के करीब 35 से 40 जवान बॉर्डर पर बैरिकेड सहित तैनात हैं।
इस दौरान जो भी गाड़ी किसानों के बैनर और स्टीकर लगाकर चंडीगढ़ में प्रवेश करती दिखी उसे मौके पर रोका गया और वापस लौटकर पंचकूला रोड से नाडा साहिब और पटियाला रोड से मोहाली के फेज-8 स्थित अंब साहिब के लिए जाने की अपील की गई। किसानों के समर्थकों की गाड़ियां एक-एक करके बार्डर पर पहुंच रही हैं।
चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने बंद किए थे बार्डर
किसान आंदोलन के समर्थन और तीन कृषि कानूनों को समाप्त करने के किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में किसान चंडीगढ़ स्थित राज्यपाल निवास पर पहुंचकर ज्ञापन देंगे। राकेश टिकैत पंचकूला के नाडा साहिब जबकि गुरनाम सिंह चढूनी मोहाली के अंब साहिब गुरुद्वारे में पहुंच रहे हैं और वहां पर बड़ी संख्या में किसान समर्थक पहुंच रहे हैं। जिसे देखते हुए चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार शाम को ही एडवाइजरी जारी करते हुए शहर के प्रवेश द्वारों को सील करने की घोषणा की थी। हालांकि इस फैसले को शनिवार सुबह वापस ले लिया गया है। वहीं, किसानों को रोकने के लिए चंडीगढ़ की सीमाओं पर पुलिस भारी बंदोबस्त के साथ तैनात है।
हाउसिंग बोर्ड और डालफिन चौक से कर सकते हैं किसान चंडीगढ़ में प्रवेश
चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था को कायम रखने के लिए शहर के सभी प्रवेश द्वारों को बंद किया गया है। जानकारों की माने तो किसान समर्थक मोहाली से चंडीगढ़ में डालफिन चौंक और नाडा साहिब से हाउसिंग बोर्ड चौंक से होते हुए दोपहर दो बजे के करीब प्रवेश कर सकते है।