सीएम से मिलने को लेकर अड़े किसान, चंडीगढ़-मोहाली बार्डर पर धरना शुरू, भगवंत मान पहुंचे अरविंद केजरीवाल से मिलने
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पंजाब के किसानों ने आज विरोध प्रदर्शन किया। वह सीएम से मिलने की मांग कर रहे हैं। विरोध स्वरूप वह चंडीगढ़-मोहाली बार्डर पर धरने पर बैठ गए हैं। वहीं सीएम मान अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंचे हैं।
जागरण संवाददाता, मोहाली। संयुक्त किसान मोर्चा ने आज अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़-मोहाली बैरियर के पास स्थायी तौर धरना देना शुरू कर दिया है। किसान मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने को लेकर अड़े हैं। कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक वह वहां से नहीं उठेंगे।
किसानों ने बीते कल ही यह चेतावनी दी थी कि उनकी मांगों को न माना गया तो वह पक्का मोर्चा लगा देंगे। आज सुबह आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसान संगठनों को अपने आवास पर मुलाकात के लिए बुलाया है, लेकिन जब दोपहर तक यह बैठक नहीं हुई।
वहीं, मुख्यमंत्री भगवंत मान आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मिलने दिल्ली रवाना हुए तो गुरुद्वारा अंब साहिब में बैठे किसानों ने चंडीगढ़ के लिए कूच कर दिया। बैरियर पर चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस ने उन्हें रोक लिया, लेकिन वह बैरिकेड तोड़कर चंडीगढ़ में घुस गए। आगे नहीं बढ़ने देने पर वह वहीं पक्का धरना लगाकर बैठ गए।
23 जत्थेबंदियां व उनके सैकड़ों समर्थकों ने अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मीटिंग के लिए जोर दे रहे हैं।
वहीं, किसानों द्वारा धरना दिए जाने को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने पुख्ता बंदोबस्त किए हुए थे। सोमवार रात ही चंडीगढ़ मोहाली बार्डर को बैरिकेट्स लगाकर पूर्ण तौर पर बंद कर दिया गया था। किसानों ने अपनी 13 मांगों को लेकर धरना दिया है।
200 ट्रैक्टर ट्राली के साथ समर्थक सडक़ों पर मौजूद हैं, जिनका कहना है कि वह दिल्ली की तरह पक्का धरना देने के लिए चंडीगढ़ जाकर रहेंगे। किसान पूरी तैयारी के साथ पहुंचे हुए हैं। अपने साथ खाने-पीने के साथ रहने तक का पूरा बंदोबस्त किया हुआ है।
भाकियू नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि पिछले कई दिनों से सरकार को अपनी मांगों के ज्ञापन दिए गए हैं, लेकिन सरकार किसानों की बात सुनने को राजी नहीं है। किसानों की गेहूं की पैदावार गर्मी के कारण कम हो गई है, जिससे किसानों का भारी नुकसान हुआ है। अब उन्हें 10 जून को बजाय 18 जून को धान की रोपाई के लिए बाध्य किया जा रहा है। यदि ऐसा किया गया तो अगले साल फिर से गेहूं का नुकसान होगा।
किसान चंडीगढ़ में सीएम निवास घेरने के लिए 11 बजे रवाना हुए थे। किसान जत्थेबंदियों ने चेतावनी दी थी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वह सीएम आवास के बाहर पक्का धरना देंगे, लेकिन किसानों को यूटी पुलिस ने वाइपीएस चौक के पास चंडीगढ़-मोहाली बार्डर पर रोक लिया। जहां किसान धरना लगाकर बैठ गए। इस बीच लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा, लेकिन पुलिस की ओर से रूट डायवर्ट करने पर जाम की स्थिति कुछ हद तक कम रही।