पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी पर करोड़ों की जमीन कब्जाने का आरोप लगाए Chandigarh news
अपनी पुश्तैनी जमीन पर हुए जबरन कब्जा छुड़ाने का केस अदालत से जीतने के बावजूद भी नयागांव के किसान गरजा ¨सह को पुलिस की दादागिरी का सामना करना पड़ रहा है।
मोहाली, जेएनएन। अपनी पुश्तैनी जमीन पर हुए जबरन कब्जा छुड़ाने का केस अदालत से जीतने के बावजूद भी नयागांव के किसान गरजा सिंह को पुलिस की दादागिरी का सामना करना पड़ रहा है। गरजा सिंह ने पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी पर उसकी करोड़ों रुपये की जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मामला डीजीपी लेवल का होने के कारण मोहाली के एसएसपी भी उसकी सुनवाई नहीं कर रहे।
गरजा सिंह ने बताया कि उसकी नयागांव में सात एकड़ पुश्तैनी जमीन है जिस पर पूर्व डीजीपी पंजाब संजीव गुप्ता द्वारा पुलिस की शह पर कब्जा किया जा रहा है। इस जमीन संबंधी अदालत में फैसला भी गरजा सिंह के पक्ष आ चुका है और जिला व सेशन जज की अदालत से गरजा सिंह के पक्ष में स्टे भी हो चुका है। बावजूद इसके पूर्व डीजीपी अपने कुछ लोगों के साथ उनकी जमीन पर नाजायज कब्जा कर रहा है।
उसका आरोप है कि स्टे के बावजूद सात फरवरी 2020 को पूर्व डीजीपी संजीव गुप्ता विजिलेंस के एक अधिकारी व कुछ अन्य व्यक्तियों को लेकर उनकी जमीन पर पहुंचे और चारदीवारी करने लगे। जब एसएसपी मोहाली कुलदीप सिंह चाहल के पास शिकायत लेकर गए तो उल्टा एसएसपी ने उसे धमकी देते हुए कहा कि जमीन पर मालिकाना हक संजीव गुप्ता का ही है।
प्रेस कांफ्रेंस में फूट-फूट कर रोए किसान गरजा सिंह
गरजा सिंह का आरोप है कि जब कभी भी वे अपनी जमीन पर हो रहे कब्जे संबंधी पुलिस को 100 या 112 नंबर पर सूचना देते हैं तो वहां कोई पीसीआर नहीं पहुंचती और अगर नयागांव पुलिस थाने में जाकर खुद शिकायत करते हैं तो पुलिस कब्जा करने वालों को हटाने की बजाय उल्टा उन्हें ही पुलिस थाने में बिठा लेती है। उनका आरोप है कि खुद पुलिस अपने पूर्व सीनियर अधिकारी की कब्जा करवाने में मदद कर रही है।
गरजा सिंह ने बताया कि अपनी जमीन पर पूर्व डीजीपी संजीव गुप्ता द्वारा किए जा रहे नाजायज कब्जे संबंधी उन्होंने नयागांव पुलिस स्टेशन, एसएसपी मोहाली और डीजीपी दिनकर गुप्ता से भी शिकायत की लेकिन अभी तक उन्हें इंसाफ नहीं मिला। प्रेस कांफ्रेंस में किसान गरजा सिंह फूट-फूट कर रोने लगा जिसका कहना था कि अगर उसकी जमीन पर कब्जा न रोका गया तो वह एसएसपी मोहाली ऑफिस के आगे मरणव्रत पर बैठेंगे।
मैंने जमीन की रजिस्टरी करवाई हुई है। गरजा सिंह ने कभी उस रजिस्टरी को चैलेंज नहीं किया। गरजा सिंह को मिली हुई स्टे उन्होंने अदालत में चैलेंज की हुई है और अदालत में कल केस की सुनवाई है। गरजा सिंह अपना पक्ष मीडिया में रखने की बजाय अदालत में रखें। जो अदालती आदेशों की अवहेलना का केस है, वह केस भी गरजा सिंह हार गए थे। मुझ पर लगे आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं।
संजीव गुप्ता, पूर्व डीजीपी पंजाब पुलिस