मोहाली जिले में झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले परिवारों को मिलेगा जमीन का मालिकाना हक, दो हफ्ते में होगा सर्वे
मोहाली जिले में झुग्गी झोंपड़ी वाले परिवारों को जमीन का मालिकाना अधिकार मिलेगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है। दिवाली से पहले झुग्गी झोंपड़ी वालों को ये अधिकार मिल सके इसके लिए सर्वे करवाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली जिले में झुग्गी झोंपड़ी वाले परिवारों को जमीन का मालिकाना अधिकार मिलेगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है। दिवाली से पहले झुग्गी झोंपड़ी वालों को ये अधिकार मिल सके इसके लिए सर्वे करवाया जाएगा। दो सप्ताह में यह सर्वे पूरा हो जाएगा। इसके लिए अलग अलग विभागों की टीम का गठन किया गया है। बता दें कि झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले लोगों को बसेरा योजना के तहत जमीन का मालिकाना हक मिलेगा।
मोहाली डीसी ईशा कालिया ने बताया कि मालिकाना हक देने के लिए माल विभाग, पूडा व म्यूनिसिपल टाउन प्लानिंग के अधिकारियों की कमेटी का प्रस्ताव बनाया गया है, ताकि मालिकाना अधिकार देते हुए किसी तरह की दिक्कत न हो। डीसी ने कहा कि टीम जमीन की निशानदेही करने के लिए आधुनिक उपकरणों जैसे की ड्रोन व अन्य मशीनरी के इस्तेमाल के साथ निवासी इकाइयों व क्षेत्रों को निर्धारित करेगी। लाभर्थियों के सर्वेक्षण की प्रक्रिया दो हफ्तों में पूरी हो जाएगाी। जोकि सूचियों व ऐतराजों के प्रकाशन प्रक्रिया को समय पर सिरे चढ़ाएगी।
डीसी ने कहा कि स्लम विकास प्रोग्राम (बेसरा) राज्य सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। पंजाब स्लम डेवलर्स एक्ट 2020 के तहत झुग्गी झोंपड़ी वालों को नगर निगमों में अधिक से अधिक 30 वर्ग मीटर, नगर परिषदों में 45 वर्ग मीटर, नगर पंचायतों के क्षेत्र में 60 वर्ग मीटर तक के जमीन के मालिकाना अधिकार दिए जाएंगे। डीसी ने सर्वे का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। ताकि जल्द से जल्द झुगगी झोंपडी वालों को उनकी जमीनों का मालिकाना हक दिया जा सके। ध्यान रहे कि जिला मोहाली में कई जगहों पर मलिन बस्तियां जहां पर प्रशासन रह रहे लोगों को जमीनों का मालिकाना हक देने जा रहा है। मोहाली नगर निगम कमिश्नर ने कमल गर्ग ने कहा कि निगम के अधीन आने वाली ऐसी कॉलोनियों में भी सर्वे किया जाएगा।