निर्माण सामग्री की कमी से अटका चंडीगढ़ एयरपोर्ट के विस्तार का काम
चंडीगढ़़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तार कार्य में निर्माा सामग्री की कमी से बाधा आ रही है।
जेएनएन, चंडीगढ़। निर्माण सामग्री की आपूर्ति में आ रही बाधाओं के चलते चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रन-वे को 31 मई तक पूरा करने के मामले में पेंच फंस गया है। इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन मामले की सुनवाई के दौरान असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल चेतन मित्तल ने कहा है कि रेत और बजरी जैसी निर्माण सामग्री की आपूर्ति में कमी से रन-वे की मरम्मत के काम में मुश्किलें पैदा कर रही हैं।
कार्यवाहक चीफ जस्टिस अजय कुमार मित्तल और जस्टिस तेजेंद्र सिंह ढींडसा की खंडपीठ के सामने सुनवाई के दौरान मित्तल ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा हरियाणा के कुछ क्षेत्रों में माइनिंग पर रोक लगाए जाने के कारण एयरपोर्ट पर रेत और बजरी की सप्लाई में मुश्किलें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि पठानकोट और यमुनानगर से मंगवाई जाने वाली निर्माण सामग्री गुणवत्ता के पैमाने पर सही नहीं पाई गई। ऐसे में एयरपोर्ट पर काम सिर्फ घग्गर नदी से मिल रहे रेत और बजरी से चल रहा है।
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सुनवाई के दौरान आज दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने भी जीरकपुर से एयरपोर्ट के लिए अंडरपास का निर्माण करने की संभावना पर अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश की। एयरफोर्स ने भी इस रिपोर्ट को पढऩे की इच्छा जताई है। एयरफोर्स ने इस मामले में कहा है कि एयरफोर्स एरिया के संवेदनशीलता के चलते जीरकपुर से एयरपोर्ट तक अंडरपास बनाने की रिपोर्ट पर एयरफोर्स का विचार करना आवश्यक है।
पिछली सुनवाई पर कहा था, 4 जून को खेल देंगे एयरपोर्ट
गौरतलब है कि पिछली सुनवाई पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने दावा किया था कि एयरपोर्ट को 4 जून से सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक उड़ानों के लिए खोल दिया जाएगा। बता दें कि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रन वे के विस्तार के लिए एयरपोर्ट को 12 मई से 31 मई तक बंद किया गया है। रनवे के विस्तार से चंडीगढ़ से यूरोप, अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे गंतव्यों तक लंबी दूरी की उड़ानें शुरू हो पाएंगी और बोइंग 777, 787 और 747 जैसे बड़े विमान एयरपोर्ट पर उतर पाएंगे।