कोरोना के खिलाफ जंग में पूर्व सैनिकों ने संभाला मोर्चा, पीआरसी सेंटर मोहाली में परिवार संग बना रहे मास्क
पीआरसी सेंटर में पूर्व सैनिकों की तरफ से अब तक हजारों मास्क बनाकर सफाई कर्मियों पुलिस कर्मियों व कई अस्पतालों में बाटें जा चुके हैं।
चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। कोरोना के खिलाफ जंग में पूर्व सैनिकों ने मोर्चा खोल दिया है। मोहाली के परप्लेजिक रिहैबिलिटेशन सेंटर (पीआरसी) में रहने वाले पूर्व सैनिकों व उनके परिवार इन दिनों दिन रात एक करके सूती कपड़े के मास्क बना रहे हैं। यहां वे ही सैनिक परिवार रहते हैं जो कि युद्ध या फिर सैन्य ऑपरेशन के दौरान बुरी से घायल हो जाते हैं और अपने पैरों पर भी खड़े नहीं हो पाते हैं। ऐसे सैनिकों का मनोबल न टूटे, इसलिए भारतीय सेना इन जवानों को अपने पीआरसी सेंटरों में रखती है ताकि यह सैनिक यहां अपने साथियों के साथ रहकर अलग-अलग गतिविधियों में व्यस्त रहें और कभी हताश न हों।
चंडीमंदिर वेस्टर्न कमांड समेत कई अस्पतालों को मुहैया करवा चुके हैं मास्क
पीआरसी सेंटर में पूर्व सैनिकों की तरफ से अब तक हजारों मास्क बनाकर सफाई कर्मियों, पुलिस कर्मियों व कई अस्पतालों में बाटें जा चुके हैं। इसके अलावा चंडीमंदिर स्थित वेस्टर्न कमांड में सैनिकों के लिए और एडब्ल्यूडब्ल्यूए शॉप्स पर बेचने के लिए मास्क उपलब्ध करवाए गए हैं। यह मास्क गुणवत्ता के लिहाज से भी काफी अच्छे हैं।
सेवा के जज्बे से पूर्व सैनिकों ने यह कर दिखाया
डिफेंस के जनसंपर्क अधिकारी अनिल गौड़ ने बताया कि इनमें ज्यादातर पूर्व सैनिकों ने इससे पहले कभी सिलाई मशीन का इस्तेमाल नहीं किया था, लेकिन जब बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की कमी की खबरें मीडिया में आई, तो इन पूर्व सैनिकों ने सिलाई मशीन लेकर कोरोना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। यह सब इन सैनिकों ने अपने सेवा के जज्बे से कर दिखाया है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें