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हर गारबेज कलेक्टर एमसी से करेगा अलग-अलग एमओयू

शहर में जो सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन सिस्टम शुरू हुआ है उसके लिए नगर निगम का जो डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टर्स से एमओयू साइन होना है उस पर दोनों पक्षों की सहमति बन गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Feb 2021 08:15 AM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2021 08:15 AM (IST)
हर गारबेज कलेक्टर एमसी से करेगा अलग-अलग एमओयू
हर गारबेज कलेक्टर एमसी से करेगा अलग-अलग एमओयू

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर में जो सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन सिस्टम शुरू हुआ है उसके लिए नगर निगम का जो डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टर्स से एमओयू साइन होना है, उस पर दोनों पक्षों की सहमति बन गई है। एमओयू का कार्यकाल दो साल का रखा गया है। दो साल बाद नए सिरे से एमओयू होगा। अगर दो साल के भीतर कोई अनुशासन भंग करता है या फिर लंबे समय तक कलेक्टर गैरहाजिर रहता है, तो यह एमओयू बीच में भी समाप्त हो जाएगा। एमओयू सोसायटी से नहीं, बल्कि हर कलेक्टर्स से अलग-अलग होगा। शहर में करीब 1300 कलेक्टर्स हैं।

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कमिश्नर केके यादव ने भी प्रस्तावित एमओयू की शर्तो पर प्रशासनिक मंजूरी दे दी है। डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसायटी की जो दिक्कतें थी वह नगर निगम ने दूर कर दी हैं। इस समय गारबेज कलेक्टर्स का एक ग्रुप सेक्टर-17 स्थित नगर निगम कार्यालय के बाहर पिछले दो माह से धरने पर बैठे हुए हैं। एमओयू की सभी शर्ते तय हो गई है। मालूम हो कि नगर निगम ने यह तय किया है कि अब गारबेज कलेक्शन चार्जेस लोगों के पानी के बिल में जुड़कर आएंगे और कलेक्टर्स को हर माह घर वाइज भुगतान नगर निगम उनके अकाउंट में करेगी। सभी कलेक्टर्स की एमसी बीमा भी करवाएगा।

इसी माह बाकी सेक्टरों में भी शुरू होंगी गाड़ियां

इस समय सेक्टर-1 से 30 तक के एरिया में सेग्रीगेशन शुरू करने के लिए नगर निगम ने 99 गाड़ियां चलाई हैं। जबकि इसी माह 30 के बाद के दक्षिणी सेक्टरों में सेग्रीगेशन शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए भी गाड़ियां आ चुकी हैं। मालूम हो कि इस पूरे सिस्टम के लिए स्मार्ट सिटी की ओर से 34 करोड़ की लागत से 390 गाड़ियां खरीदी गई हैं। पूजा सामग्री और ग्रीन वेस्ट अलग होगा एकत्रित

एमओयू की एक शर्त के अनुसार बड़े घरों से निकलने वाले ग्रीन वेस्ट और धार्मिक स्थलों से निकलने वाली पूजा सामग्री के लिए अलग से वाहन लगाया जाएगा। यह गाड़ी एमओएच विभाग द्वारा लगाई जाएगी। हर कलेक्टर्स का हर साल हेपेटाइटिस बी का टीकाकरण भी होगा। उनके लिए साल में एक बार निशुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाया जाएगा। कलेक्टर्स को सफाई कमचारियों की तरह हर माह साबुन और तेल भी दिया जाएगा। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत सेग्रीगेशन न करने वाले पर 200 रुपये का चालान काटने का प्रावधान है। कलेक्टर्स का सुबह सात बजे से काम शुरू करने का प्रावधान रखा गया है।

कोट.

एमओयू के लिए गारबेज कलेक्टर्स पूरी तरह से तैयार हैं। एक-दो दिन के भीतर एमओयू साइन होना शुरू हो जाएगा। यह एमओयू गारबेज कलेक्टर्स के फायदे में हैं।

राजेश कालिया, चेयरमैन, सेनिटेशन कमेटी कमिश्नर केके यादव से हर मुद्दे पर बात हो गई है। अभी तक जो शर्त एमओयू में शामिल की गई है वह गारबेज कलेक्टर्स के फायदे में है। कलेक्टर्स गाड़ियों में तैनात होकर काम करने के लिए तैयार हैं।

ओम प्रकाश सैनी, चेयरमैन, डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन सोसायटी


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