चंडीगढ़ में हर पार्षद को अपना एरिया चमकाने को मिले 80 लाख, पिछले साल कोरोना के कारण नहीं मिला था फंड
चंडीगढ़ में नए वित्तीय सत्र के लिए नगर निगम के हर वार्ड पार्षद को अभी ही 80 लाख रुपये का वार्ड डवेलपमेंट जारी कर दिया गया है। पिछले साल कोरोना काल के कारण प्रशासन की ओर से नगर निगम के फंड में 20 फीसद की कटौती लगा दी गई थी।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में अप्रैल माह से नगर निगम का नया वित्तीय सत्र शुरू हो रहा है। नए वित्तीय सत्र के लिए नगर निगम के हर वार्ड पार्षद को अभी ही 80 लाख रुपये का वार्ड डवेलपमेंट जारी कर दिया गया है। सभी पार्षदों को नगर निगम की से पत्र जारी कर इतनी राशि के लिए अपने अपने वार्ड में होने वाले काम बताने के लिए कह दिया गया है। मालूम हो कि पिछले साल कोरोना काल के लिए पार्षदों को वार्ड डवलेपमेंट फंड नहीं मिला था जिस कारण वह अपने वार्ड में काम नहीं करवा पाए। पिछले साल कोरोना काल के कारण प्रशासन की ओर से नगर निगम के फंड में 20 फीसद की कटौती लगा दी गई थी।
पहली बार हुआ था जब नगर निगम के पार्षदों के वार्ड डवलेपमेंट फंड में कटौती हुई थी। इस साल दिसंबर माह में नगर निगम के चुनाव भी है ऐसे में अक्तूबर माह में ही चुनाव आचार सहिता लग जाएगी। इसलिए नगर निगम का हर पार्षद चाहता है कि इससे पहले ही सभी काम हो जाएं। इसलिए ही अभी से नगर निगम के हर पार्षद को वार्ड डवलेपमेंट फंड जारी कर दिया गया है।
मालूम हो कि नगर निगम में कुल 35 पार्षद है जिनमे से नौ मनोनीत पार्षद है।वार्ड डवलेपमेंट सिर्फ निर्वाचित पार्षदों को ही मिलता है। जबकि मनोनीत पार्षद भी वार्ड डवलेपमेंट फंड की मांग करते हैं। पांच साल के कार्यकाल के लिए मनोनीत पार्षद प्रशासन की ओर से नियुक्त किए जाते हैं।मालूम हो कि पंचकूला और मोहाली में पार्षदों को वार्ड डवलेपमेंट फंड नहीं मिलता है।
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