एस्टेट आफिस के लंबित मामले मौके पर ही निपटाने की तैयारी
एस्टेट आफिस ऐसी जगह है जहां शहर के लगभग हर व्यक्ति का कोई न कोई काम रहता है। रेवेन्यू रिकार्ड और प्रापर्टी के विभिन्न कार्यो के लिए यहां सबसे ज्यादा भीड़ रहती है। बाबू छोटे छोटे काम के लिए खूब चक्कर लगवाते हैं।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़ : एस्टेट आफिस ऐसी जगह है जहां शहर के लगभग हर व्यक्ति का कोई न कोई काम रहता है। रेवेन्यू रिकार्ड और प्रापर्टी के विभिन्न कार्यो के लिए यहां सबसे ज्यादा भीड़ रहती है। बाबू छोटे छोटे काम के लिए खूब चक्कर लगवाते हैं। फाइलों पर तेजी से काम हो इसके लिए पिछले दिनों एस्टेट आफिस से जुड़ी सर्विसेज को आनलाइन किया गया था। अब प्रशासन ने एस्टेट आफिस को एकदम क्लीन करने का फैसला ले लिया है। एक भी मामला लंबित न रहे इसके लिए करीब सात वर्षो बाद एस्टेट आफिस पब्लिक कैंप लगाने जा रहा है। इन पब्लिक कैंप में लोगों को अपने काम और किसी भी तरह की शिकायत के लिए बुलाया जा रहा है। मौके पर मौजूद अधिकारी डीलिग हेड से जवाब लेंगे और मामले का निपटारा किया जाएगा।
ग्रिवांस रिड्रेसल कैंप कम्युनिटी सेंटर में आयोजित होंगे। पूरे शहर को दो हिस्सों में बांटकर यह कैंप लगाए जा रहे हैं। पहला कैंप सेक्टर-1 से 30 के रेजिडेंट्स के लिए होगा। यह कैंप नौ जुलाई को सेक्टर-19 के कम्युनिटी सेंटर में होगा। वहीं अगले दिन 10 जुलाई को सेक्टर-38वेस्ट के कम्युनिटी सेंटर में सेक्टर-31 से आगे के सेक्टरों की समस्याएं सुनीं जाएंगी। सुबह 10 से शाम पांच बजे तक यह कैंप लगेंगे। एस्टेट आफिस ने आवेदकों और लोगों से कहा है कि जिनके एस्टेट आफिस से जुड़े मामले लंबित हैं वह इन कैंप में सभी दस्तावेजों के साथ पहुंचकर अपना नया आवेदन देंगे। पूर्व एडवाइजर के कैंप हुए थे चर्चित
इससे पहले एस्टेट आफिस की शिकायतों को देखते हुए पूर्व एडवाइजर विजय कुमार देव ने 2015 में ऐसे पब्लिक कैंप लगाने शुरू किए थे। उनके पब्लिक कैंप खूब चर्चित हुए थे। वह लेटलतीफी के लिए मौके पर ही अधिकारियों से जवाब मांगते थे और फटकार लगाते थे। शहर के अलग-अलग एरिया में लोगों की सहूलियत को देखते हुए यह कैंप लगाए जा रहे थे, लेकिन विजय देव की ट्रांसफर के बाद यह कैंप भी बंद हो गए थे। पहली बार लगाए गए दो असिस्टेंट एस्टेट आफिसर
बताया जा रहा है कि प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित एस्टेट आफिस से जुड़े लंबित मामलों का तुरंत निपटारा चाहते हैं। उन्होंने पब्लिक डीलिग से जुड़े आफिस में बिना परेशानी काम होने के आदेश दे रखे हैं। उनके आदेशों के बाद ही अब एस्टेट आफिस को क्लीन करने का अभियान शुरू हो रहा है। इसी का असर है कि पहली बार एस्टेट आफिस में दो असिस्टेंट एस्टेट आफिसर लगाए गए हैं। हरजीत सिंह संधू को असिस्टेंट एस्टेट आफिसर-1 और सौरभ अरोड़ा को असिस्टेंट एस्टेट आफिसर-2 लगाया गया है। शहर को फेज वाइज बांटकर इन अधिकारियों को एस्टेट आफिसर का काम बांटा जाएगा।