चंडीगढ़ के बड़े पार्कों में घूमने के लिए अब देनी हाेगी एंट्री फीस, रोज फेस्टिवल व गुलदाउदी शो पर राेक
निगम की वित्तीय हालत सुधारने के लिए मेयर राजबाला मलिक ने गठित कमेटी ने सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभागों में आय के साधन बढ़ाने के सुझाव मांगे थे।
चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम की वित्तीय हालत सुधारने की कोशिश के तहत बागवानी विभाग अब शहर के बड़े पार्कों में एंट्री फीस लगाना चाहता है। विभाग की ओर से पार्कों में सुबह-शाम सैर करने आने वाले लोगों से शुल्क लेकर पास बनाने की सिफारिश की गई है। इससे पहले एमसी की वित्तीय हालत सुधारने के लिए मेयर राजबाला मलिक की ओर से गठित कमेटी ने सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभागों में आय के साधन बढ़ाने के सुझावों की रिपोर्ट मांगी थी।
इसी के तहत ही बागवानी विभाग के एसई किशन पाल ने निगम के चीफ इंजीनियर को उक्त सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपी है। कमेटी की बैठक 17 अगस्त को होगी, जिसमें पार्कों में एंट्री फीस लगाने की सिफारिश पर चर्चा होगी। यह भी प्रस्ताव तैयार किया गया है कि दिसंबर माह में होने वाले गुलदाउदी शो और अगले साल फरवरी में होने वाले रोज फेस्टिवल का आयोजन इस बार नहीं होगा। कमेटी की बैठक में इस प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी।
कोरोना संकट को देखते हुए तैयार किया प्रस्ताव
नगर निगम का मानना है कि कोरोना संकट के कारण दिसंबर माह तक भी लोग भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से डरेंगे। ऐसे में गुलदाउदी शो नहीं होना चाहिए। कोरोना के कारण पहले से प्रशासन ने केंद्र सरकार की 20 फीसद ग्रांट इन एड में कटौती कर दी है।
इन पार्कों में एंट्री फीस लगाने की सिफारिश
बागवानी विभाग की रिपोर्ट में शहर के जिन बड़े पार्कों में एंट्री फीस लगाने की बात की गई है, उसमें सेक्टर-16 का रोज गार्डन, सेक्टर-36 का फ्रेग्रेंसेंस गार्डन, सेक्टर-331 का जापानी गार्डन, सेक्टर-49 का गार्डन ऑफ एनिमल और मनीमाजरा का शिवालिक गार्डन शामिल है। प्रस्ताव पास हुआ तो इन पार्कों में सुबह-शाम सैर करने आने वालों को एक बार चार्जेज लेकर पास बनाया जाएगा। प्रस्ताव पर अमल होने पर पास का रेट और एंट्री फीस तय की जाएगी।
10 से 20 रुपये तक लग सकती है वन टाइम एंट्री फीस
बागवानी विभाग का कहना है कि दूसरे राज्यों और अन्य सेक्टरों से आने वाले लोगों पर यह एंट्री फीस लगानी चाहिए। ऐसे में 10 से 20 रुपये तक वन टाइम एंट्री फीस लग सकती है। इन पार्कों के रखरखाव पर नगर निगम का हर माह लाखों रुपये खर्च होता है। इसके साथ ही शहर की वी-5 और रोड किनारे घरों के आगे हैज लगाने के चार्जेज 25 रुपये प्रति वर्ग फुट तय करने के लिए कहा गया है। इस समय लोग अवैध तरीके से हरियाली की बाढ़ लगाते हैं।
छोटे पार्कों के लिए भी प्रस्ताव तैयार
विभाग द्वारा यह भी प्रस्ताव तैयार किया गया है कि निजी कंपनियां शहर के छोटे पार्कों को रखरखाव के लिए ले सकती हैं। इसके बदले उन्हें विज्ञापन करने की मंजूरी दी जाएगी। इससे नगर निगम का रखरखाव पर होने वाला खर्चा बचेगा।