कैप्टन करेंगे चुनावी वादा पूरा, 5 सितंबर को लगेगा पंजाब में जॉब फेयर
पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने अपने चुनावी वादे को पूरा करने की मुहिम शुरू कर दी है। सरकार 5 सितंबर युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए जॉब फेयर आयोजित करेगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। रोजगार को लेकर चुनाव में किया गए वादे को पूरा करने के लिए पंजाब सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए लगाए जाने वाले नौकरी मेले का मंच तैयार हो गया है। वहीं, सरकार ने इसकी तारीख भी तय कर ली है। यह मेला 5 सितंबर को लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भले ही अपने मां के निधन को लेकर अवकाश पर चल रहे हों, लेकिन उनके कार्यालय में जॉब मेले को लेकर गतिविधियां तेज कर दी है। जिसकी पहली बैठक भी शुक्रवार को हुई। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुरेश कुमार ने की। इसमें पंजाब के सभी प्राइवेट विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर और सरकारी विश्वविद्यालय के अधिकारियों को बुलाया गया था।
कांग्रेस सरकार इस जॉब फेयर को लेकर बेहद संजीदगी बरत रही है। चूंकि पंजाब पहला ऐसा राज्य होगा जो सरकारी स्तर पर जॉब फेयर लगवाने जा रहा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही कह चुके हैं कि इस फेयर में 50,000 युवाओं को रोजगार दिलवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। चूंकि सरकार सीधे रूप से यह जॉब फेयर करवाने जा रही है। इसलिए सरकारी स्तर पर देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ संपर्क साधा जा रहा है।
24 जुलाई को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका से मुलाकात कर भी जॉब फेयर में हिस्सा लेने का न्योता दिया था। इस जॉब फेयर को लेकर कांग्रेस सरकार इसलिए भी खासी गंभीर है क्योंकि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान 'हर घर नौकरी' का वादा किया था। सरकार चाह रही है कि अगर जॉब फेयर सफल रहता है तो इससे यह संदेश स्पष्ट हो जाएगा कि कांग्रेस ने जो वादा किया था उसे पूरा करने के लिए वह गंभीर है।
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