कर्मचारिचों ने किया संघर्ष का एलान, प्रशासक को भेजा ज्ञापन
अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन के मांग दिवस पर फेडरेशन आफ यूटी इंप्लाइज एंड वर्कर्स चंडीगढ़ ने संघर्ष का एलान किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन के मांग दिवस पर फेडरेशन आफ यूटी इंप्लाइज एंड वर्कर्स चंडीगढ़ ने संघर्ष का एलान किया। शुक्रवार को सेक्टर-17 ब्रिज मार्केट में रैली कर संघर्ष को तेज किया गया। धरने में बिजली, बागवानी, रोड, पब्लिक हेल्थ, आइसीसीडब्ल्यू, एमसी मनीमाजरा हेल्थ यूटी और एमसी के सैकड़ों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। मांग दिवस रैली की अध्यक्षता फेडरेशन के प्रधान रघुबीर चंद ने की। मुख्य वक्ता अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन के राष्ट्रीय प्रधान साथी सुभाष लांबा ने कहा कि फेडरेशन के 17वें अधिवेशन ने 27-28 मई को पूरे देश में रैलियां कर मांग दिवस मनाने और राज्य हेडक्वार्टर में प्रर्दशन कर ज्ञापन देने का फैसला किया था। उसके बाद संघर्ष को तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी किस्म के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने और पक्का होने तक बराबर काम के लिए बराबर वेतन लागू करने, पुरानी पेंशन बहाल करने, सभी सरकारी अर्द्ध सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण रद करने की मांग पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा।
महासचिव गोपाल दत्त जोशी ने यूटी प्रशासन की निदा करते हुए जबरदस्ती व बिना विकल्प लिए केन्द्रीय वेतनमान लागू करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन व एमसी में सैकडों पद खाली पड़े हैं उन्हें भरा नहीं जा रहा। प्रधान रघुबीर चंद ने बिजली कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के प्रशासन खासकर वित्त सचिव को आड़े हाथों लेते हए 23 फरवरी को हुए फैसले को लागू न करने का आरोप लगाया। निलंबित जूनियर इंजीनियरों को बहाल करने, कारण बताओ नोटिस और मुकद्दमे वापस लेने की मांग रखी। रैली के बाद उपायुक्त के माध्यम से प्रशासक को ज्ञापन भेजा गया।