बिजली का झटका : तीन महीने 14 से 61 पैसे प्रति यूनिट लगेगा चार्ज
1 अगस्त से 31 अक्तूबर 2018 तक बिजली के बिल बढ़कर आएंगे। इलेक्ट्रीसिटी डिपार्टमेंट ने फ्यूल एंड पावर परचेज कोस्ट एडजस्टमेंट (एफपीपीसीए) चार्जेज प्रति यूनिट 14 से 61 पैसे तक बढ़ा दिए हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : 1 अगस्त से 31 अक्तूबर 2018 तक बिजली के बिल बढ़कर आएंगे। इलेक्ट्रीसिटी डिपार्टमेंट ने फ्यूल एंड पावर परचेज कोस्ट एडजस्टमेंट (एफपीपीसीए) चार्जेज प्रति यूनिट 14 से 61 पैसे तक बढ़ा दिए हैं। स्लैब वाइज प्रति यूनिट यह चार्ज अलग-अलग लगेगा। ज्वाइंट इलेक्ट्रीसिटी रेगुलेटरी कमीशन (जेईआरसी) की मंजूरी के बाद इलेक्ट्रीसिटी डिपार्टमेंट ने यह चार्ज लगाने का फैसला लिया है। सबसे कम डोमेस्टिक कैटेगरी में 0-150 यूनिट तक 14 पैसे और सबसे अधिक कमर्शियल थ्री फेज कैटेगरी में 400 यूनिट से अधिक स्लैब में प्रति यूनिट 61 पैसे अधिक चुकाने होंगे। अप्रैल से जून 2018 तक पावर परचेज के खर्च को एडजस्टमेंट के लिए इलेक्ट्रीसिटी डिपार्टमेंट यह चार्ज वसूलेगा। चंडीगढ़ में डोमेस्टिक बिल दो महीने और कमर्शियल हर महीने लिया जाता है। ऐसे में दोनों तरह के कस्टमर्स इससे प्रभावित होंगे। जेईआरसी ने मार्च में हिय¨रग के बाद एफपीपीसीए की प्रति यूनिट कैप फिक्स किया था। उसको ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रीसिटी डिपार्टमेंट ने स्लैब वाइज अलग-अलग चार्ज प्रस्तावित कर भेजा था। हर तीन महीने बाद इलेक्ट्रीसिटी डिपार्टमेंट एफपीपीसीए रिवाइज करता है। एग्रीकल्चर को छोड़ यह कमर्शियल, रेजिडेंशियल और इंडस्ट्रियल सभी तरह के कंज्यूमर्स के बिलों में जुड़कर आता है। पहले डिपार्टमेंट अपनी मर्जी से चार्ज फिक्स करता था। जिस कारण यह 1 से 2 रुपये प्रति यूनिट तक भी लगा दिया जाता था। जिस कारण बिल काफी बढ़ जाता था। लोगों की शिकायतों के बाद भी जेईआरसी ने एफपीपीसीए फिक्स किया है। एफपीपीसीए खरीदी गई बिजली के रेट और आगे उपभोक्ता को दी गई बिजली के रेट में अंतर होता है। इस अंतर को पूरा करने के लिए डिपार्टमेंट एफपीपीसीए चार्ज करता है। चंडीगढ़ में कुल 2.16 लाख इलेक्ट्रीसिटी कंज्यूमर्स हैं। जिनमें 1.70 लाख डोमेस्टिक कंज्यूमर्स हैं। बिलों में ऐसे जुड़ेगा चार्ज
डोमेस्टिक एफपीपीसीए (पैसों में)
1-150 14
151-400 24
400 से अधिक 26 कमर्शियल सिंगल फेज
0-150 24
151-400 00
400 से अधिक 00 कमर्शियल थ्री फेज
1-150 00
151-400 26
400 से अधिक 61