शहर के सबसे बड़े प्रोजेक्ट से पानी की किल्लत होगी दूर, लेकिन क्रेडिट नहीं ले पाएगी भाजपा
चुनाव की घोषणा होते ही शहर में आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसे में ढाई माह तक अब शहर में न तो कोई नया प्रोजेक्ट पास हो पाएगा और न ही किसी का उद्घाटन हो पाएगा
जेएनएन, चंडीगढ़। चुनाव की घोषणा होते ही शहर में आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसे में ढाई माह तक अब शहर में न तो कोई नया प्रोजेक्ट पास हो पाएगा और न ही किसी का उद्घाटन हो पाएगा। ऐसे में भाजपा का कजौली वाटर वर्क्स के दो नए फेज का काम पूरा करवाकर उसका उद्घाटन करने का क्रेडिट लेने का सपना भी टूट गया है, क्योंकि यह शहर का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है, जिससे शहर की पानी की किल्लत दूर होगी। इस प्रोजेक्ट पर नगर निगम का 225 करोड़ रुपये खर्च हुआ है। इसके साथ ही भाजपा के नेता और मेयर खुद चाहते थे कि डड्डूमाजरा के डंपिग ग्राउंड में पड़े हुए कचरे को प्रोसेस करने का काम भी शुरू हो जाए, लेकिन इसके लिए स्मार्ट सिटी के तहत टेंडर ही अलॉट नही हो पाया है। स्मार्ट सिटी के तहत डंपिग ग्राउंड में पड़े हजारो टन कचरे को माइनिग करके प्रोसेस करने का प्लान है।
काम चल रहा है : मेयर
मेयर राजेश कालिया का कहना है कि यह काम चल रहा है। कोई उद्घाटन नही किया जाएगा, लेकिन जो अतिरिक्त 29 एमजीडी पानी की सप्लाई है, वह शुरू कर दी जाएगी। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी में साइकिल शेयरिंग सिस्टम शुरू करने का भी दावा किया गया था। लेकिन इसका भी टेंडर अलॉट न होने से अब मामला ढाई माह के लिए टल गया है।
सांसद ने धड़ाधड़ किए थे उद्घाटन
भाजपा को पहले से आभास था कि चुनाव आचार संहिता 10 मार्च को लागू होने वाली है, इसलिए सांसद किरण खेर ने भी पहले ही पिछले सप्ताह धड़ाधड़ कई कामो के उद्घाटन और शिलान्यास करवा दिए थे।
नगर निगम की बैठक होगी लेकिन प्रस्ताव नहीं होंग पास
ऐसे में आचार संहिता लागू होने से नगर निगम की सदन की बैठक में कोई प्रस्ताव भी पास नही हो पाएगा, लेकिन राजनीति जरूर बढ़ जाएगी, क्योकि कांग्रेस और भाजपा के पार्षद एक-दूसरे पर आरोप लगाने की राजनीति शुरू करके शहर में मैसेज देने का प्रयास करेंगे।
सिर्फ समस्याओं पर होगी चर्चा
सदन में सिर्फ समस्याओ पर चर्चा हो सकती है। इसलिए शहर की पेड पार्किंग को अलग-अलग जोन में बांटकर जो नया टेंडर लगाने का फैसला लिया गया है, वह भी तीन माह के लिए टल गया है। यह टेंडर अब जून माह में लगाया जाएगा, तब तक लोगो को बिना स्मार्ट फीचर के पेड पार्किंग में अपने वाहन पार्क करने होंगे।
नगर निगम की अपनी इमारत की रेनोवेशन नही हो पाएगी
नगर निगम की अपनी इमारत का रेनोवेशन का काम भी शुरू नहीं हो पाएगा। जबकि पिछले मेयर देवेश मोदगिल ने अपने कार्यकाल समाप्त होने के दिनो में इसका फाउंडेशन स्टोन रख दिया, जबकि इसका काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इसका कारण यह है कि अभी तक टेंडर ही अलॉट नही हो पाया है और नगर निगम के पास इतना फंड ही नहीं है कि वह इसका काम शुरू कर पाए।