Move to Jagran APP

स्टूडेंट्स को बताए ऊर्जा संरक्षण के तरीके

इनोवेटिक सोसाइटी गैर सरकारी संस्था द्वारा विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस के उपलक्ष पर रिन्यूअल एनर्जी एंड स्कैन्स एंड टेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसाइटी के सहयोग से बोटेनिकल गार्डन सारंगपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Dec 2017 09:19 PM (IST)Updated: Sat, 16 Dec 2017 09:19 PM (IST)
स्टूडेंट्स को बताए ऊर्जा संरक्षण के तरीके
स्टूडेंट्स को बताए ऊर्जा संरक्षण के तरीके

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : इनोवेटिक सोसाइटी गैर सरकारी संस्था द्वारा विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस के उपलक्ष पर रिन्यूअल एनर्जी एंड स्कैन्स एंड टेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसाइटी के सहयोग से बोटेनिकल गार्डन सारंगपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के स्टूडेंट्स और टीचर ने भाग लिया और ऊर्जा बचाव के बारे में जानकारी हासिल की। इस मौके पर ऊर्जा संरक्षण को लेकर स्टूडेंट्स के बीच भाषण प्रतियोगिता कराई गई। युथ इनोवेटिव सोसाइटी के महासचिव अमनदीप सिंह ने छात्रों को प्राकृतिक संसाधनों के दोहन से होने वाले नुकसान के बारे में बताया। वहीं संस्था के चेयरमैन सचिन शर्मा ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का स्त्रोत सीमित है। इनका इस्तेमाल जरूरत के अनुसार ही करना चाहिए। यदि इनका आज संरक्षण नहीं हुआ तो एक समय ऐसा आएगा जब इनकी कमी हो जाएगी। उसमें सबसे अहम पानी है। पानी की जरूरत हर इंसान को होती है, लेकिन हम इसे संरक्षित नहीं करते। जिसके कारण धीरे-धीरे पीने वाले पानी की मात्रा धरती पर कम होती जा रही है। इसके अलावा ऊर्जा के अधिक उपयोग हमारे लिए घातक भी साबित हो सकते हैं। कार्यस्थलों पर तेज रोशनी, कर्यक्रमों में तेज आवाज में ध्वनि से तनाव, सरदर्द, रक्तचाप, थकान आदि अनेक बीमारिया हो सकती हैं। इससे हमारी कार्य क्षमता भी प्रभातित होती है। इस मौके पर भाषण प्रतियोगिता में बेहतर विचार रखने वाले स्टूडेंट्स को सोसाइटी की तरफ से सम्मानित भी किया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.