खराब रिजल्ट के बाद जागा शिक्षा विभाग, अब नहीं मिलेंगे ग्रेस मार्क्स
शहर के सरकारी स्कूलों में 10वीं सीबीएसई के खराब रिजल्ट ने यूटी प्रशासन की कार्यप्रणाली को हिलाकर रख दिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर के सरकारी स्कूलों में 10वीं सीबीएसई के खराब रिजल्ट ने यूटी प्रशासन की कार्यप्रणाली को हिलाकर रख दिया है। देशभर में सबसे बेहतर सुविधाओं से लैस सरकारी स्कूल और बेहतर सैलरी पाने वाले शिक्षकों ने पांच फीसद तक पास रिजल्ट दिया है, जबकि ओवरऑल रिजल्ट 48 फीसद तक रहा है। इस रिजल्ट ने शिक्षा विभाग के टीचर्स से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है।
रिजल्ट को लेकर हुई किरकिरी के बाद अब सरकारी स्कूलों की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए तेजी से काम शुरू हो गया है। शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रिंसिपल और हेड को स्पष्ट निर्देश दिए कि खराब रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को विभाग से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। मंगलवार को शिक्षा सचिव बीएल शर्मा ने बातचीत में माना कि चंडीगढ़ के स्कूलों से ऐसे रिजल्ट की उम्मीद नहीं की जा सकती। सिस्टम में किसी स्तर पर जरूरी कमी रही है, लेकिन अब इसे दुरुस्त करने के लिए बड़े स्तर पर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। शिक्षा विभाग ने अब फैसला लिया है कि 9वीं से 10वीं में प्रमोट करने के लिए किसी भी तरह के ग्रेस मार्क्स नहीं दिए जाएंगे। शिक्षा सचिव बीएल शर्मा ने कहा किग्रेस मार्क्स से स्टूडेंट दसवीं में तो पहुंच जाता है, लेकिन बोर्ड परीक्षा में फेल होने पर ओवर ऑल रिजल्ट पूरी तरह ख्रराब हो जाता है। टर्मिनेशन को माना सही
शिक्षा विभाग द्वारा खराब रिजल्ट देने वाले 60 शिक्षकों को शोकॉज नोटिस देने के अलावा शिक्षकों को टर्मिनेट करने, हेड और प्रिंसिपल पर सस्पेंशन की कार्रवाई करने को शिक्षा सचिव ने सही माना है। उन्होंने कहा कि यूटी के स्कूलों में जिस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर और सैलरी शिक्षकों को मिलती है वैसी देश में कहीं भी नहीं है। फिर भी सरकारी स्कूल में शिक्षकों की क्लास का पास प्रतिशत पांच फीसद तक है। उन्होंने कहा कि विभाग ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई करने में पीछे नहीं हटेगा। शिक्षकों के होंगे तबादले, अगले हफ्ते जेबीटी की लिस्ट
शिक्षा विभाग ने अगले साल बेहतर रिजल्ट के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। विभाग शहर के सेक्टर और मॉडल स्कूलों में सालों से जमे शिक्षकों को अब स्लम और कॉलोनी के स्कूलों में भेजेगा। डीएसई रुबिंदरजीत सिंह बराड़ ने बताया कि सबसे पहले जेबीटी टीचर्स के तबादले किए जाएंगे। उसके बाद टीजीटी शिक्षकों की लिस्ट जारी होगी। अगले हफ्ते तक पहली तबादला लिस्ट जारी हो जाएगी। कमेटी होंगी गठित, रखेंगी स्कूलों पर नजर
सरकारी स्कूलों के खराब रिजल्ट के बाद शिक्षा सचिव ने सभी स्कूलों पर साल भर नजर रखने के लिए खास कमेटियां गठित करने के निर्देश जारी किए हैं। सभी स्कूलों को विभिन्न जोन में बांटा जाएगा, जिसमें हर कमेटी को संबंधित स्कूल के एकेडमिक और अन्य गतिविधियों पर पूरी नजर रखनी होगी। कमेटी को प्रिंसिपल और हेड को हर दो से तीन महीने के भीतर पूरी रिपोर्ट देनी होगी। टीचर्स को भी अब क्लास वर्क को लेकर डायरी मेंटेन करनी होगी। स्टूडेंट्स से भी टीचर्स का फीडबैक लिया जाएगा।