शिक्षा विभाग मेहरबान: नियमाें काे ताक पर रखकर Deputation पर अाए लेक्चर्स के किए प्रमोशन Chandigarh News
विभाग के अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रख इन टीचर्स को प्रमोशन भी दे दी जबकि डेपुटेशन पर आए टीचर्स को प्रमोट नहीं किया जा सकता है।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर में डेपुटेशन पर आए हुए लेक्चरर की भरमार है। इसका सबसे बड़ा कारण है शिक्षा विभाग की अनदेखी और इन लेक्चर्स पर विभाग की मेहरबानी। गौरतलब है कि शहर में शिक्षकों की कमी के चलते दूसरे राज्यों से टीचर्स को डेपुटेशन पर लाया जाता है लेकिन कार्यकाल खत्म होने के बाद भी उनका शहर से मोहभंग नहीं होता और यहीं जमे हैं।
यह सब शिक्षा विभाग की लापरवाही या फिर मेहरबानी की वजह से ही हो रहा है। इन ओवर स्टे लेक्चर्स के कार्यकाल खत्म होने के बाद उस राज्य को शिक्षा विभाग द्वारा लेटर नहीं लिखा गया, जिस कारण यह शिक्षक यहां जमे हुए हैं। विभाग के अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रख इन टीचर्स को प्रमोशन भी दे दी जबकि डेपुटेशन पर आए टीचर्स को प्रमोट नहीं किया जा सकता है।
मात्र दो लेक्चरर के रिटायर्ड होने का है जिक्र
डेपुटेशन पर आए हुए टीचर्स में से दो रिटायर्ड हुए हैं। इन दोनों टीचर्स में जीएमएसएस-16 में बतौर फिजिकल एजुकेशन के राजिंदर कांत हैं जिनको 30 अप्रैल 2015 में रिटायरमेंट मिली और दूसरा नाम है बलजिंदर कौर जोकि गवर्नमेंट गल्र्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-20बी में इंग्लिश टीचर थीं वह 31 नवंबर 2004 को रिटायर हुई थी।
हरियाणा से आए डेपुटेशन पर ज्यादा टीचर्स
शहर में आए डेपुटेशन टीचर्स में से हरियाणा राज्य के टीचर्स ज्यादा हैं। इन टीचर्स को न तो कभी उनके राज्य वापस भेजा गया और न ही वहां की सरकार को उन्हें फिर से वापस बुलाने के लिए कोई लेटर लिखा गया। हरियाणा से आए इन टीचर्स में से अधिकतर ऐसे हैं जो यहां प्रमोट हो चुके हैं।