शिक्षा विभाग में फैला कोरोना संक्रमण, रेपिड टेस्ट में DSE और DDSE की रिपोर्ट पॉजिटिव
डीएसई और डीडीएसई की रेपिड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में डर का माहौल बन चुका है। क्योंकि सभी डीईओ के संपर्क में रूटीन में आते रहे हैं।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। जिला शिक्षा अधिकारी हरबीर आनंद के देहांत के बाद रविवार को हुए रेपिड टेस्ट में डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन रूबिंदरजीत सिंह बराड़ (डीएसई) और डिप्टी डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन राजेंद्र कौर (डीडीएसई) कोरोना पॉजिटिव आए हैं। वहीं उनके खून के सैंपल सेक्टर-16 स्थित गवर्नमेंट हॉस्पिटल में लिए जा चुके है जिनकी रिपोर्ट सोमवार को देर शाम तक आने की उम्मीद है। डीएसई और डीडीएसई की रेपिड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में डर का माहौल बन चुका है क्योंकि सारे कर्मचारी डायरेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर से लेकर डीईओ के संपर्क में रूटीन में आते रहे हैं।
शिक्षा सचिव ने पूरे डिपार्टमेंट को टेस्ट कराने के जारी किए निर्देश
डीईओ हरबीर सिंह के देहांत के बाद शिक्षा सचिव सरप्रीत सिंह गिल ने सेक्टर-19 और 9 स्थित कार्यालय में काम करने वाले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश जारी किए हैं। उल्लेखनीय है कि सरप्रीत सिंह गिल ने दो सितंबर को ही प्रशासन में शिक्षा सचिव का पदभार संभाला है। जानकारी देते हुए सचिव सरप्रीत सिंह गिल ने बताया कि कोरोना बचाव के लिए टेस्ट जरूरी है, जिसके लिए निर्देश जारी किए है। हर किसी की जान हमारे लिए कीमती है। मेरी कोशिश है कि यदि किसी को कोरोना है तो वह समय पर कंट्रोल हो सके और हमें कोई जान की हानि नहीं पहुंचे।
स्टेट अवॉर्ड की बैठक में भाग लेने वाले संदेह के घेरे में
पांच सितंबर को हुए टीचर डे के लिए शहर के सरकारी स्कूलों से प्रिंसिपल और टीचर का चयन होना था जिसकी फाइल डीईओ से शुरू होकर डीएसई और डीएसई तक चलती है। यह फाइल विभाग के करीब 15 से 20 अधिकारियों और कर्मचारियों तक जाती है। जिसके कारण टीचर-डे की फाइल से जुड़े सभी संदेह के घेरे में हैं।
कर्मचारियों में डर का माहौल
शिक्षा सचिव के अादेश के बाद विभाग के कर्मचारियों में डर का माहौल है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को विभाग के सभी कर्मचारियों को कोरोना के टेस्ट सेक्टर-16 स्थित अस्पताल में होने है।