Lockdown विषय पर डॉ. अजय शर्मा के लिखे नाटक का हुआ विमोचन Chandigarh news
डॉ. अजय शर्मा इससे पहले 12 उपन्यास लिख चुके हैं और उनके उपन्यास कई विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाते हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। प्रतिष्ठित साहित्यकार व हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा और केंद्रीय हिंदी साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष माधव कौशिक ने शुक्रवार को अपने दफ्तर में जालंधर निवासी चर्चित उपन्यासकार व नाटककार डॉ. अजय शर्मा के नवीनतम नाटक लॉकडाउन का विमोचन किया। इस मौके पर प्रसिद्ध पत्रकार व लेखिका निरुपमा दत्त साहित्यकार व व्यंग्यकार प्रेम विज, साहित्यकार दीपक चनारथल अंग्रेजी के उपन्यासकार पारुल शर्मा सहित अन्य कई साहित्यकार उपस्थित थे। इस मौके पर खासतौर पर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखा गया। डॉ. अजय शर्मा का यह पांचवां नाटक है।
गौरतलब है कि डॉ. अजय शर्मा इससे पहले 12 उपन्यास लिख चुके हैं और उनके उपन्यास कई विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाते हैं। जिस संकट यानी लॉकडाउन के समय में लोग घरों में बैठे हैं, उस समय में डॉ. अजय शर्मा ने लॉकडाउन पर ही सात लघु नाटक लिखकर हिंदुस्तान में पहले साहित्यकार होने का गौरव भी प्राप्त किया।
जाने-माने साहित्यकार व व्यंग्यकार प्रेम विज ने कहा यह सचमुच हमारे लिए फख्र की बात है कि डॉ. अजय शर्मा अपनी लेखनी से हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है। कहने में भले ही यह नाटक लघु हैं लेकिन बड़े कलेवर के नाटकों से कमतर नहीं हैं, क्योंकि कहानी अपने चर्म पर भी पहुंचती है और एक संदेश भी देती है।
अंग्रेजी के उपन्यासकार पारुल शर्मा का मानना है कि यह सचमुच किसी करिश्में से कम नहीं कि लॉकडाउन अभी चल रहा है और उस पर सात लघु नाटक आ जाएं और चर्चा का विषय बन जाएं। डॉ. अजय शर्मा ने अपने नाटकों पर कहा कि लघु नाटक लिखने का मन में कोई ख्याल नहीं था लेकिन जब समय बहुत मिला और छोटी-छोटी घटनाएं समाज में घटती हुई देखीं, तो मन में पता नहीं कहां से लघु नाटक लिखने का ख्याल आ गया। इससे पहले मैंने कभी इस विधा पर नाटक नहीं लिखे थे।