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मोहाली के रहने वाले डा. राजन भंडारी ABVP की चंडीगढ़ इकाई के फिर प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त

डा. राजन भंडारी जीरकपुर जिला मोहाली के रहने वाले है। उन्होंने भूगोल में अपनी पीएचडी की है। इसके साथ ही वह संगठन में शुरू से ही सक्रिय कार्यकर्ता रहे है। संगठन में उनका व्यक्तित्व बिल्कुल साफ छवि का है। राजन परिषद के साथ 1997 से जुड़े है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 08:54 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 08:54 AM (IST)
मोहाली के रहने वाले डा. राजन भंडारी ABVP की चंडीगढ़ इकाई के फिर प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त
डा. राजन भंडारी (चंडीगढ़) को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया।

चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने अध्यक्ष और प्रदेश मंत्री का चयन किया है। इस दौरान डा. राजन भंडारी (चंडीगढ़) को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया। वहीं दूसरी ओर कुदरतजोत कौर (पंजाब विश्वविद्यालय) को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री के दायित्व के लिए निर्विरोध चुनाव हुआ। यह घोषणा चुनाव अधिकारी डा. शिव कुमार डोगरा द्वारा प्रदेश कार्यालय (जालंधर) से की गई है। दोनों पदाधिकारियों का कार्यकाल 1 वर्ष का रहेगा। दोनों पदाधिकारी जालंधर में 30 नवंबर को होने वाले 52वें प्रदेश अधिवेशन में अपना पदभार ग्रहण करेंगे । 

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डा. राजन भंडारी जीरकपुर जिला मोहाली के रहने वाले है। उन्होंने भूगोल में अपनी पीएचडी की है। इसके साथ ही वह संगठन में शुरू से ही सक्रिय कार्यकर्ता रहे है। संगठन में उनका व्यक्तित्व बिल्कुल साफ छवि का है। डा. राजन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ 1997 से जुड़े है। पूर्व में वह चंडीगढ़ महानगर उपाध्यक्ष व अध्यक्ष, मोहाली विभाग प्रमुख भी रहे है । वर्तमान में वो पंजाब प्रांत अध्यक्ष है।

कुदरतजोत कौर जिला रोपड़ (रुपनगर) की रहने वाली है। वो पंजाब विश्वविद्यालय से विधि विभाग तीसरे वर्ष की छात्रा है। छात्र राजनीति में कुदरत को एक तेजतर्रार नेता के रूप में जाना जाता है। उनकी ताकत उनका आत्मविश्वास है, जो हर मंच पर उनके भाषण देते हुए दिखता है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बड़े नेताओं की माने तो कुदरत आने वाले समय में एक बड़ी नेता के रूप में उभर सकती हैं। उन्होंने विद्यार्थी परिषद 2017 में ज्वाइन किया था। तब से वह एबीवीपी के साथ निरंतर रूप से जुड़ी हुई है। पंजाब यूनिवर्सिटी की राजनीति से लेकर अब वह पंजाब की राजनीति तक का सफर तय कर रही है।

पंजाब यूनिवर्सिटी एबीवीपी इकाई में भी कुदरत को एक खास जगह दी हुई थी। कुदरत ने एक छोटे से कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए यहां तक का सफर तय किया है। इस उपलब्धि पर कुदरत ने कहा कि वह खुश है कि संगठन ने उन पर एक बार फिर विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि वह संगठन के विश्वास पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेगी।


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