डॉक्टर, इंजीनियर्स और आइटी एक्पर्ट कर रहे ऑर्गेनिक खेती
शहरवासियों का ऑर्गेनिक फूड के प्रति झुकाव बढ़ रहा है। ट्राईसिटी के 50 लोगों का एक ऐसा समूह है जिन्होंने दो साल पहले चंडीगढ़ के साथ लगते मुल्लांपुर के काधीमाजरा गांव में चार एकड़ जमीन लीज पर लेकर यहां ऑर्गेनिक खेती की शुरुआत की।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: शहरवासियों का ऑर्गेनिक फूड के प्रति झुकाव बढ़ रहा है। ट्राईसिटी के 50 लोगों का एक ऐसा समूह है जिन्होंने दो साल पहले चंडीगढ़ के साथ लगते मुल्लांपुर के काधीमाजरा गांव में चार एकड़ जमीन लीज पर लेकर यहां ऑर्गेनिक खेती की शुरुआत की। ग्रुप में डॉक्टर, इंजीनियर्स, आइटी एक्सपर्ट और अन्य अधिकारी शामिल हैं जो खुद के लिए ऑर्गेनिक सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं।
समूह का हर सदस्य जमीन का प्रति माह दो हजार रुपये रेंट देता है। सभी मेंबर यहां पर अपने परिवार के साथ वीकेंड में खेती से जुड़े काम करते हैं। इस समूह को शुरू करने में मैक्स अस्पताल के सीनियर डॉक्टर सचिन गुप्ता और ऑर्गेनिक शेयरिग के संयोजक राहुल महाजन ने अहम भूमिका निभाई थी। हर शनिवार को लगती है ऑर्गेनिक मंडी
शहरवासियों का झुकाव बढ़ता देख अब ट्राईसिटी में ऐसी दुकानें भी खुल गई हैं जहां पर सिर्फ ऑर्गेनिक सब्जियां, फल और दालों की बिक्री होती है। सुखना लेक के पास हर शनिवार को ऑर्गेनिक मंडी लगती है जहां पर सिर्फ ऑर्गेनिक फूड ही बिकता है। 50 स्कूलों में शुरू हुई ऑर्गेनिक फार्मिग
स्कूली बच्चों को भी ऑर्गेनिक फार्मिंग के साथ जोड़ने के लिए ऑर्गेनिक शेयरिग की ओर से शहर के 50 स्कूलों में फार्मिंग शुरू की गई है। जिसमें बच्चे खुद इसकी देखभाल करते हैं। इस कोरोना काल में यहां पर माइक्रोग्रीन भी पैदा की गई है। जिसकी मांग अब बढ़ गई है। इसे खाने से रोग प्रतिरोधक शक्ति तेजी से बढ़ती है।
खेती से जुड़कर अच्छा लगता है। केमिकल से तैयार होने वाली सब्जियां और फूड जहर है जिसे खाने से कई बीमारियां होती हैं। दो साल पहले चार एकड़ जमीन पर ऑर्गेनिक खेती शुरू की गई है। जिसके साथ 50 लोग जुड़े हैं जो कि अब यहां से उगाई गई ऑर्गेनिक सब्जियों का ही सेवन करते हैं।
-डॉ. सचिन गुप्ता, कैंसर विशेषज्ञ
हमें खुशी है कि अब लोग ऑर्गेनिक फूड के प्रति जागरूक हो रहे हैं। इस चार एकड़ के बाद अब हम सात एकड़ जमीन अलग से तैयार कर रहे हैं जहां पर ऑर्गेनिक फल और दालें ही उगाई जाएंगी। इस समय ऑर्गेनिक सामान बेचने के लिए पंजाब एग्रो की वैन भी शहर में चलती है।
-राहुल महाजन, संयोजक, आर्गेनिक शेयरिग ऑर्गेनिक सिटी बनाने के लिए चंडीगढ़ का चयन
केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम के बाद सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ को ऑर्गेनिक फार्मिंग के लिए चुना है। चंडीगढ़ में ऑर्गेनिक फार्मिंग को लेकर जमीन भी तलाश कर ली गई है। ऑर्गेनिक फार्मिंग के लिए शहर में करीब 1500 एकड़ जमीन खाली पड़ी है। पेस्टीसाइड व केमिकल आदि का छिड़काव उगाई जाने वाली सब्जियां व फल लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं। इससे लोगों कई प्रकार की बीमारियां भी हो रही है। जैविक खेती में रासायनिक कीटनाशकों और रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल नहीं होता है।