बोर्ड के डायरेक्टर्स ही लाएंगे नीड बेस्ड चेंज का एजेंडा
हाउसिंग बोर्ड के मकानों में रहने वालों को रिलीफ देने की तैयारी बोर्ड ने कर ली है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : हाउसिंग बोर्ड के मकानों में रहने वालों को रिलीफ देने की तैयारी बोर्ड ने कर ली है। हाउसिंग बोर्ड के नामिनेटेड डायरेक्टर्स ही नीड बेस्ड चेंज को रेगुलराइज करने का एजेंडा बोर्ड की मीटिंग में लेकर आएंगे। सीएचबी अलॉटियों को वन टाइम सेटलमेंट के जरिए रिलीफ दी जाएगी। इसके अतिरिक्त लोगों को जारी किए गए वॉयलेशन और अलॉटमेंट रद करने के नोटिस भी वापस लिए जाएंगे। हाउसिंग बोर्ड के निदेशक मंडल की बैठक शीघ्र ही इस मुददे पर बुलाई जाएगी। बैठक में नीड बेस्ड चेंज को रेगुलराइज करने के साथ साथ विभिन्न प्रकार की फीस में भी कटौती का प्रस्ताव लाया जाएगा। हाउसिंग बोर्ड ने हाल ही में लीज होल्ड से फ्री होल्ड की कनवर्जन फीस में बेतहाशा वृद्धि की है। कई मामलों में तो यह सौ परसेंट से भी अधिक है। ऐसे में अपने लीज होल्ड फ्लैट को फ्री होल्ड करवाने के लिए एक भी अलॉटी आगे नहीं आया है। सीएचबी के डायरेक्टर प्रेम कौशिक के अनुसार उनका प्रयास रहेगा कि लीज होल्ड से फ्री होल्ड की फीस लोगों की पहुंच के भीतर हो, ताकि लोग आसानी से अपने मकान को फ्री होल्ड करवा सकें। इससे जहां बोर्ड को रेवेन्यू मिलेगा, वहीं, लोगों को भी राहत मिलेगी। बोर्ड के डायरेक्टर तरसेम गर्ग के अनुसार चंडीगढ़ के आसपास के इलाकों में फीस स्ट्रक्चर की स्टडी की जा रही है। उनका प्रयास रहेगा कि लोगों पर किसी प्रकार का अधिक वित्तीय बोझ न पड़े। प्रशासक के सामने रखा जाएगा प्रस्ताव
नीड बेस्ड चेंज को रेगुलराइज करने का प्रस्ताव बोर्ड की मीटिंग में लाने से पहले प्रशासक के सामने भी रखा जाएगा। प्रशासक की सहमति मिलने के बाद इसे जनता के लिए पेश किया जाएगा। सबसे पहले बोर्ड एनुअल पेनल्टी को खत्म करेगा। हाउसिंग बोर्ड ने 2010 में नीड बेस्ड चेंज को रेगुलराइज करने की योजना बनाई थी। उस समय अलॉटियों से 50 रुपये प्रति वर्ग फुट के हिसाब से फीस तय की गई थी। सीएचबी फेडरेशन के चेयरमैन प्रोफेसर निर्मल दत्त के अनुसार बोर्ड के अलॉटी सौ रुपये प्रति वर्ग फुट के हिसाब से भी वन टाइम सेटलमेंट के तहत पेमेंट देने को तैयार हैं। बाउंड्री लाइन और स्काई लाइन ही रहेगा पैमाना
बोर्ड की मीटिंग में जो प्रस्ताव लाया जाएगा, उसमें नीड बेस्ड चेंज को रेगुलराइज करने का पैमाना बाउंड्री लाइन और स्काई लाइन के भीतर की गई कंस्ट्रक्शन को ही रेगुलराइज करने का होगा। इसके साथ-साथ स्ट्रक्चर की मजबूती पर भी फोकस रहेगा। अलॉटी खुद बताएंगे-कितनी पुरानी कंस्ट्रक्शन है
हाउसिंग बोर्ड के अलॉटी खुद बोर्ड को बताएंगे कि उनके घरों में की गई कंस्ट्रक्शन कितनी पुरानी है। सीएचबी फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी बीएस चड्ढा के अनुसार लोगों के हस्ताक्षर किया हुआ मकानों का ब्योरा भी बोर्ड और प्रशासन को पेश किया जाएगा। शहर के सभी राजनीतिक दल पहले ही नीड बेस्ड चेंज को रेगुलराइज करने के मुददे पर एकजुट हो चुके हैं।