चंडीगढ़ के डीआईजी ओमवीर सिंह बिश्नोई को राष्ट्रपति करेंगे पुलिस मेडल अवार्ड से सम्मानित
डीआईजी ओमवीर एजीएमयूटी काडर के 2004 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने चंडीगढ़ में कंट्रोल रूम की व्यवस्था और बुड़ैल जेल प्रशासन सुधारने में उल्लेखनीय कार्य किया है।
चंडीगढ़ [कुलदीप शुक्ला]। स्वतंत्रता दिवस पर यूटी पुलिस के डीआईजी और बुड़ैल जेल के आईजी आईपीएस ओमवीर सिंह को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मनित किया जाएगा। डीआईजी को नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद उन्हें सम्मानित करेंगे।
डीआईजी ओमवीर एजीएमयूटी काडर के 2004 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस कंट्रोल रूम में अपनी तरह की पहली परियोजना 'ईआरएसएस' डायल 112 और ई-बीट बुक सिस्टम स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
आईजी जेल चंडीगढ़ के रूप में काम करना, समग्र जेल कामकाज को सुव्यवस्थित करना उनकी बड़ी उपलब्धियों में से एक है। जेल प्रबंधन प्रणाली, ई-जेल, मॉडल जेल बुड़ैल में सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल उनकी पहल पर किया गया। जेल प्रशासन में सुधार, कैदियों के पुनर्वास के बाद उनकी रिहाई जैसी कई अच्छी पहल करने का श्रेय भी उन्हें जाता है।
जीत चुके हैं ये अवार्ड
- 2000 और 2001 में संयुक्त राष्ट्र शांति पदक।
- लाइफ सेविंग अवार्ड के लिए प्रधानमंत्री का पुलिस पदक - 2007
- राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए मेधावी सेवा से सम्मानित-गणतंत्र दिवस -2014
- गैलेंट्री के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक - गणतंत्र दिवस 2020।
सराहनीय काम कर चुके हैं डीआईजी
डीआईजी ओमवीर सिंह हत्या, डकैती, लूट, अपहरण और अन्य जघन्य अपराध के कई सनसनीखेज मामलों की निगरानी कर चुके हैं। आतंकवादी हमले के मामले में विवेकपूर्ण जांच, अबू सलेम गैंग के शार्पशूटर की हत्या जैसे मामलों में उन्होंने उल्लेखनीय काम किया था। उन्होंने दिल्ली और पांडिचेरी में तैनात रहते हुए भी उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की थी। उन्होंने राष्ट्रपति को सुरक्षा प्रदान करने के लिए भी सराहना प्राप्त की। उन्हें सुनामी आपदा के दौरान बचाव कार्य के लिए प्रधानमंत्री पुलिस पदक के साथ जीवन रक्षक पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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