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मेयर चुनावः पहली बार टंडन तो दूसरी बार खेर की चली, सबसे बड़ा सवाल अब बारी किसकी

चंडीगढ़ नगर निगम के नए मेयर के लिए सांसद किरन खेर और अध्यक्ष संजय टंडन गुट अपने-अपने चहेतों के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 01:40 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 01:40 PM (IST)
मेयर चुनावः पहली बार टंडन तो दूसरी बार खेर की चली, सबसे बड़ा सवाल अब बारी किसकी
मेयर चुनावः पहली बार टंडन तो दूसरी बार खेर की चली, सबसे बड़ा सवाल अब बारी किसकी

[राजेश ढल्ल] चंडीगढ़। नगर निगम के चुनाव बाद से दो बार मेयर बनवाने में सांसद किरण खेर और भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन ने अपने अपने स्तर पर प्रयास किया। एक बार टंडन और दूसरी बार सांसद किरण खेर की चली। ऐसे में अब राजनीतिक गलियारों में यह सवाल खूब चर्चा में है कि अबकी बार किसकी चलेगी। बता दें कि नए साल के पहले सप्ताह में मेयर का चुनाव होना है। इसके लिए उम्मीदवार तय करवाने में सांसद खेर और टंडन गुट के अलावा दावेदारों ने पूरी ताकत झोक दी है।

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साल 2016 दिसंबर में नगर निगम चुनाव हुए थे। भाजपा को बहुमत मिला और साल 2017 में पहले साल भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन आशा जसवाल को मेयर बनवाने में कामयाब रहे। वहीं, इस साल 2018 में सांसद किरण खेर के प्रयास से देवेश माेदगिल मेयर बने। मोदगिल का टंडन गुट ने खुल विरोध किया। ऐसे में अब टंडन गुट यह दावा कर रहा है कि अबकी बार उनकी चलेगी क्योंकि बार टर्न वाइज उनके गुट के दावेदार को मेयर बनने का मौका मिलना चाहिए।


लेकिन सांसद किरण खेर और पूर्व सांसद सत्यपाल जैन गुट इस बार भी अपने चहेते दावेदारा को ही मेयर की कुर्सी पर बिठाकर अपना दबदबा कायम रखना चाहते है। इसका बड़ा कारण अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव भी है, जिसमे सांसद किरण खेर के अलावा भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन और पूर्व सांसद सत्यपाल जैन भी दावेदार है। ऐसे में खेर और टंडन दोनो ही अपने को मेयर का उम्मीदवार बनवाकर लोकसभा चुनाव से पहले यह मैसेज देना चाहते है कि हाईकमान में उनकी सुनवाई ज्यादा है और वह मजबूत है। ऐसा भी माना जा रहा है कि जो कोई गुट अपने चहेते को मेयर का उम्मीदवार बनवाने में कामयाब रहेगा उस होने वाले लोकसभा चुनाव की टिकट के नजदीक समझा जाएगा।


धर्म सम्मेलन को कामयाब करने में लगे सभी दावेदार ताकि संघ हो जाए खुश  


रविवार को सेक्टर-27 में सरकार पर राम मंदिर के निर्माण का अध्यादेश लाने के लिए धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसका आयोजन राम जन्मभूमि न्यास की ओर से किया गया लेकिन पीछे से भाजपा और संघ की स्पोर्ट रही। इस कार्यक्रम को कामयाब करने के लिए भाजपा के मेयर पद के सभी चारों दावेदार सक्रिय रहे ताकि सीनियर नेता उनसे खुश रहे। सतीश कैंथ के अलावा राजेश कालिया, भरत कुमार और फरमिला देवी मेयर पद के दावेदार है। अगले साल का मेयर पद आरक्षित वर्ग के लिए रिजर्व है। टंडन गुट राजेश कालिया और भरत कुमार के लिए लाबिंग कर रहा है। जबकि सांसद किरण खेर गुट सतीश कैंथ और फरमिला देव को उम्मीदवार बनवाने के लाबिंग कर रहा है। जबकि कैंथ दो माह पहले तक टंडन गुट के सक्रिय सदस्य थे।
 

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