कोरोना व डेंगू को हराकर स्टेज पर पहुंचे चंडीगढ़ के मनीष, सेक्टर-22 की रामलीला में 21वीं बार किया अभिनय
मनीष तीन सितंबर को कोरोना के शिकार हो गए थे। 20 दिन बाद ठीक हुए तो डेंगू ने चपेट में ले लिया। उन्हें पीजीआई में भर्ती होना पड़ा था। जज्बे के बल पर वह 22 में 17 अक्टूबर को शुरू हुई रामलीला में माता सीता का किरदार निभा रहे हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। इसे आस्था कहें या फिर जज्बा। 50 दिन के अंदर पहले कोरोना और उसके बाद डेंगू को हराकर शहर के कलाकार मनीष रामलीला की स्टेज पर सीता का किरदार निभाने पहुंच गए हैं। मनीष सेक्टर-22 की श्रीरामलीला एंड दशहरा कमेटी में अभिनय करते है। 17 अक्टूबर को शुरू हुई रामलीला से पहले मनीष तीन सितंबर को पहले कोरोना के शिकार हो गए थे। 20 दिन बाद ठीक हुए तो डेंगू ने चपेट में ले लिया। उन्हें पीजीआई में भर्ती होना पड़ा था। हालांकि उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। कोरोना और डेंगू दोनों को हराकर आखिरकार वह स्टेज पर अभिनय करने पहुंच गए हैं।
अभिनय करने के जज्बे ने किया ठीक
मनीष ने बताया कि वह 21 वर्षों से रामलीला से जुड़े हैं और 20 वर्षों से माता सीता का किरदार निभा रहे हैं। वह कहते हैं अभिनय मेरा जनून है। मेरा कर्म है। इसी ललक ने मुझे खड़े होने की हिम्मत दी और मैं स्वस्थ होकर रामलीला में अभिनय के लिए पहुंच गया। मनीष ने कहा कि कोई भी काम मुश्किल नहीं होता। बीमारी खतरनाक है पर यदि हम नियमों को मानें और हिम्मत रखें तो सब ठीक हो सकता है। उन्होंने बताया कि वनवास के मंचन के दौरान हमें कड़े नियमों का पालन करना पड़ता है। हमें धरती पर सोते हैं और नंगे पैर रहते हैं। अंडा, मीट आदि का सेवन नहीं करते हैं। मैं इन सभी नियमों का पालन करता हूं।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें