पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में फिजिकल क्लास शुरू करने की मांग, एबीवीपी ने वीसी ऑफिस के बाहर किया प्रदर्शन
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में सोमवार को एबीवीपी छात्र संगठन ने वाइस चांसलर के दफ्तर के बाह प्रदर्शन किया। एबीवीपी सदस्यों ने मांग की कि 31 जनवरी से पीयू कैंपस को पूरी तरह खोल दिया जाए और स्टूडेंट्स की फिजिकल क्लासें लगवाई जाए।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोविड-19 (Covid-19) के कारण बीते करीब आठ महीने से पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) कैंपस पूरी तरह से बंद है। रिसर्च स्कॉलर (Research scholar) को छोड़कर किसी भी तरह की कक्षाएं नहीं लग रही।
सोमवार को पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने तुरंत प्रभाव से ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की मांग की है। इसी मुद्दे को लेकर एबीवीपी छात्र नेताओं द्वारा पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति दफ्तर के सामने नारेबाजी भी की गई। एबीवीपी छात्र नेताओं का कहना है कि पहले भी पीयू कुलपति को कैंपस खोलने और स्टूडेंट्स की फिजिकल क्लास को लेकर ज्ञापन दिया गया था, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी प्रेसिडेंट पारस रतन ने कहा कि पीयू द्वारा ऑनलाइन कक्षा में छात्रों की 75 फीसद अटेंडेंस अनिवार्य की गई है। लेकिन बहुत से छात्र देश के विभिन्न राज्यों में ऐसी जगह पर रहते हैं, जहां पर इंटरनेट की काफी दिक्कत है। ऐसे में विद्यार्थियों को कक्षाएं ऑनलाइन लगाने में काफी दिक्कत आ रही है। बहुत से स्टूडेंट्स के पास आर्थिक तंगी के कारण स्मार्टफोन भी नहीं है। पारस रतन ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस के साथ ही मुख्य लाइब्रेरी भी खोली जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शहर में क्लब खुल सकते हैं, तो पंजाब यूनिवर्सिटी में कक्षाएं शुरू करने में क्या दिक्कत है।
उधर, एबीवीपी सचिव हरि सिखा राजन ने कहा कि देशभर में हर जगह कमर्शियल एक्टिविटी शुरू हो चुकी हैं। जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी अभी भी बंद है। विरोध प्रदर्शन के बाद एबीवीपी छात्र नेताओं द्वारा डीन स्टूडेंट वेलफेयर को ज्ञापन भी दिया गया, जिसमें मांग की गई है कि 30 जनवरी के बाद यूजीसी की नई गाइडलाइंस के तहत कैंपस को पूरी तरह से खोल दिया जाए। ताकि स्टूडेंट्स की पढ़ाई फिर से सुचारू रूप से चल सके।
जिक्रयोग है कि पिछले काफी समय से पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन फिजिकल कक्षाओं को शुरू करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा अभी सिर्फ रिसर्च स्कॉलर को ही उनके गाइड की अनुमति के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में आने की इजाजत दी जा रही है। पंजाब यूनिवर्सिटी के अधिकतर हॉस्टल भी अभी बंद है।