जेबीटी और बीएड की डिग्री के बाद नहीं कर सकते आवेदन, जानें क्या है वजह
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में करीब चार साल बाद 418 जेबीटी शिक्षकों की भर्ती के लिए हजारों योग्य उम्मीदवार आवेदन नहीं कर पाएंगे।
डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़: चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में करीब चार साल बाद 418 जेबीटी शिक्षकों की भर्ती के लिए हजारों योग्य उम्मीदवार आवेदन नहीं कर पाएंगे। जरूरी योग्यता (डिग्री) पूरी होने के बावजूद बीते दो वर्षो में जेबीटी और बीएड करने वाले युवा आवेदन नहीं कर पाएंगे। जेबीटी शिक्षकों की भर्ती के लिए यूटी प्रशासन ने सीबीएसई द्वारा आयोजित किया जाने वाला सेंट्रल टीचर एलिजिबिल्टी टेस्ट (सीटीईटी) अनिवार्य किया है। लेकिन बीते दो वर्षो से सीटीईटी टेस्ट नहीं हुआ है। ऐसे में चंडीगढ़ ही नहीं पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली और देश के अन्य राज्यों से भी पिछले दो सालों में जेबीटी और बीएड करने वाले आवेदन नहीं कर पाएंगे। मामले को लेकर शिक्षा विभाग अभी मंथन में जुटा है। गौरतलब है कि आगामी 8 अक्टूबर से चंडीगढ़ शिक्षा विभाग सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के तहत जेबीटी के 418 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार करेगा। युवा एक नवंबर तक ही आवेदन कर सकेंगे। दो साल में 78 हजार ने ली जेबीटी और बीएड की डिग्री
बीते दो साल की बात करें तो चंडीगढ़ और साथ लगते राज्यों में 78 हजार के करीब युवाओं ने जेबीटी और बीएड की डिग्री हासिल की है। चंडीगढ़ स्थित पीयू और अन्य बीएड कॉलेजों से दो साल में 2600 कैंडीडेट ने जेबीटी और बीएड की है। पंजाब में 21 हजार और हरियाणा में बीएड कॉलेजों से 55 हजार युवाओं ने बीते दो सालों में डिग्री हासिल की है। चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की भर्ती में हरियाणा और पंजाब से हजारों की संख्या में युवा आवेदन करते हैं। 2014 में 1150 रेगुलर शिक्षकों की भर्ती के लिए 40 हजार से अधिक युवाओं ने आवेदन किया था। 2016 के बाद नहीं हुआ सीटीईटी
सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए सीटीईटी अनिवार्य है। एनसीटीई नियमों के तहत साल में दो बार सीटीईटी होना चाहिए। अंतिम बार सीबीएसई ने सितंबर 2016 में सीटीईटी लिया था। 2017 और 2018 में जेबीटी और बीएड डिग्री पाने वाले युवा अच्छे अंक पाने पर भी जेबीटी के 418 पदों के लिए आवेदन से वंचित रह सकते हैं। शिक्षा विभाग से मांगी सीटीईटी टेस्ट होने तक छूट
चार सालों बाद चंडीगढ़ में शिक्षकों की भर्ती होने जा रही है। यूटी में नौकरी सभी कैंडीडट्स की प्राथमिकता होती है। बेशक एसएसए के तहत भर्ती होने वाले शिक्षक कांट्रेक्ट पर होंगे, लेकिन इन टीचर्स को अन्य राज्यों के रेगुलर टीचर से भी अधिक वेतन मिलेगा। जेबीटी के लिए 39,422 रुपये मासिक वेतन तय किया गया है। ऐसे में नौकरी की आस लगाए कई कैंडीडेट्स ने शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को आवेदन में फिलहाल सीटीईटी से छूट को लेकर मांग पत्र दिया है। केवी और दिल्ली ने दी कैंडिडेट्स को छूट
बीते दो सालों में जेबीटी और बीएड करने वाले युवा अब शिक्षा विभाग के अधिकारियों से आगामी भर्ती में सीटीईटी से छूट मांग रहे हैं। इन युवाओं का कहना है कि आगामी 9 दिसंबर को सीटीईटी आयोजित होने जा रहा है। ऐसे में उन्हें आगामी सीटीईटी टेस्ट के रिजल्ट तक उन्हें लिखित परीक्षा में बैठने की इजाजत दे दी जाए। उधर केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से 14 अगस्त को टीजीटी और पीजीटी पदों के लिए मांगे आवेदन में अभ्यर्थियों को आगामी सीटीईटी रिजल्ट तक लिखित परीक्षा से छूट देने का फैसला लिया है। उधर दिल्ली में 8914 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में सीटीईटी को लेकर कैट ने सीटीईटी टेस्ट होने तक अभ्यर्थियों को आवेदन स्वीकार करने का निर्देश जारी किया है। इस मामले में अभी यूटी शिक्षा विभाग की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है।