डीकोड कंपनी मालिक का आरोप : डायरेक्टर के फोन आने पर रुकी बिल्डर्स के खिलाफ ड्राइव
मामले की जांच की मांग तेज हो गई है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : खरड़ शहर में बिल्डर व प्राइवेट कंपनियों द्वारा नाजायज तौर पर लगाए गए एडवर्टाइजमेंट डिवाइसेज को उतारने के लिए 18 मार्च को नगर काउंसिल खरड़ की ओर से एक ड्राइव चलानी थी। लेकिन यह ड्राइव चलने से पहले ही रोक दी गई। नगर काउंसिल अधिकारियों का यह कहना है कि यह ड्राइव डायरेक्टर भूपिदरपाल सिंह के कहने पर रोकी गई है क्योंकि वह ड्राइव चलाने से पहले एक बार एडवर्टाइजमेंट ठेके संबंधी रिकॉर्ड देखना चाहते हैं। डीकोड एडवर्टाइजिग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने नगर काउंसिल खरड़ की हिदायतों के अनुसार एडवर्टाइजमेंट लगाने का सरकारी ठेका लिया हुआ है। कंपनी मालिक राजेश जैन का आरोप है कि इस ड्राइव को जान-बूझकर रोका गया है क्योंकि उच्चाधिकारी इन प्राइवेट बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई करना ही नहीं चाहते। खरड़ शहर के बिल्डर व प्राइवेट कंपनियों द्वारा पूरे खरड़ शहर जिनमें ज्यादातर लांडरां रोड व निज्जर रोड शामिल हैं, पर धड़ल्ले से नाजायज होर्डिग्स लगाए हुए हैं। काउंसिल ने बताया था एसडीएम को
होर्डिग्स को हटाने के लिए नगर काउंसिल खरड़ ने खुद एसडीएम हिमांशु जैन को पत्र लिखकर बताया था कि खरड़ में नाजायज होर्डिग्स लगे हुए हैं। जिसके बाद एसडीएम ने ड्राइव दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए खुद डीएसपी खरड़ पाल सिंह से पुलिस मदद मांगी थी और नायब तहसीलदार पुनीत बंसल व ईओ संगीत कुमार को यह ड्राइव चलाने के निर्देश दिए थे। ड्राइव के दिन छुट्टी पर गए अफसर
लेकिन ड्राइव वाले दिन 18 मार्च को ईओ संगीत कुमार जानबूझ कर छुट्टी पर चले गए। वहीं, ड्राइव रुकने के एक दिन बाद ईओ ने एसडीएम को लिखित रिपोर्ट भेजी जिसमें कहा कि डायरेक्टर पंजाब ने यह ड्राइव फोन पर रुकवाई है क्योंकि वह रिकॉर्ड देखना चाहते हैं। कंपनी मालिक राजेश जैन ने कहा कि उनके पास इस संबंधी पूरे सुबूत हैं। उन्होंने इन प्राइवेट बिल्डरों द्वारा उनके साथ किए दुर्व्यवहार संबंधी सदर खरड़ थाना पुलिस को लिखित शिकायत भी दे रखी है। उन्हें संदेह है कि इस ड्राइव को जान-बूझकर रुकवाया जा रहा है क्योंकि प्राइवेट बिल्डरों के साथ ईओ की मिलीभगत हो सकती है।
कोरोना के कारण व्यस्त हूं अब तो पब्लिक डीलिग बंद है। डायरेक्टर साहिब ने कोई रिकॉर्ड चेक करवाने की बात नहीं कही, वह तो मैंने ही रिकॉर्ड देखना है। ड्राइव चलाने से पहले रिकॉर्ड देखना भी जरूरी है।
-संगीत कुमार, ईओ
मैंने कोई ड्राइव नहीं रुकवाई, वैसे ही फोन पर बोल दिया होगा कई बार बोली हुई बात दिमाग में नहीं रहती। मैं तो अब घर आ गया हूं, कल मैं आपको सब पता करके फोन पर बताउंगा।
-भूपिदरपाल सिंह, डायरेक्टर, पंजाब